यूक्रेन को उल्टा पड़ सकता है रूस पर हमला

कीव। यूक्रेन ने रूस के कुस्र्क इलाके में घुसपैठ करके दुनिया को चौंका दिया। यूक्रेन ने दो सप्ताह में रूस के 1263 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा कर लिया। इसी…

यूक्रेन को उल्टा पड़ सकता है रूस पर हमला

कीव। यूक्रेन ने रूस के कुस्र्क इलाके में घुसपैठ करके दुनिया को चौंका दिया। यूक्रेन ने दो सप्ताह में रूस के 1263 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा कर लिया। इसी के साथ यूक्रेन ने दुनिया को बता दिया है कि रूस इस जंग में एकतरफा नहीं जीत सकता है। हालांकि, एक और मोर्चे पर लड़ाई शुरू करने से यूक्रेन की सेना बंट गई है। इससे यूक्रेन की अपनी रक्षा करने की क्षमता पर असर पड़ेगा। जानकारों का कहना है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की यह जीत कम समय के लिए है और हार में बदल सकती है। अभी यूक्रेन का फोकस कुस्र्क पर है, जिससे रूस को दोनेस्त्क के पोक्रोवस्क में आगे बढऩे का मौका मिल रहा है।
राजनीतिक विशेषज्ञ तातियाना स्टैनोवाया कहती हैं कि रूस अपनी दुसरे विश्वयुद्ध की रणनीति अपना रहा है। उसकी यह रणनीति रही है कि वह पहले दुश्मन को अंदर आने देता है और फिर घेरकर हमला करता है। इस वजह से यूक्रेन का कुस्र्क अभियान जेलेंस्की के लिए उल्टा साबित हो सकता है। यूक्रेनी सेना के कमांडर-इन-चीफ ओलेक्सांद्र सिरस्की ने बताया कि यूक्रेनी सेना ने रूस के कुस्र्क इलाके के 1,263 वर्ग किलोमीटर हिस्से पर कब्जा कर लिया है। हमारी सेना कुस्र्क में 28-35 किमी तक अंदर तक पहुंच गई है। रूस विश्लेषक जॉर्ज बैरोस के मुताबिक रूस पूरे 2024 में 1253 वर्ग किमी यूक्रेनी जमीन पर कब्जा कर पाया, वहीं यूक्रेन ने 2 हफ्तों में 1263 वर्ग किलोमीटर रूसी जमीन पर कब्जा कर लिया है। कुस्र्क में युद्ध बढऩे से यूक्रेन की गति कम हुई है। यूक्रेन ने पहले सप्ताह में 1000 वर्ग किमी पर कब्जा कर लिया था, लेकिन दूसरे सप्ताह में 263 वर्ग किमी पर ही कब्जा कर पाया है।
मॉस्को पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला
यूक्रेन मॉस्को को भी ड्रोन हमलों से निशाना बना रहा है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वायु रक्षा बलों ने मास्को और उसके आसपास के इलाके में 11 ड्रोन मार गिराए। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने कहा कि यह मॉस्को पर ड्रोन से हमला करने का अब तक की सबसे बड़ी कोशिश है। रूस ने मई 2023 में भी 8 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए गए थे।
 यूक्रेन से कोई बातचीत नहीं होगी
रूस की सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि शांति के बारे में मध्यस्थों की बातचीत खत्म हो गई है, जिन्हें किसी ने नियुक्त नहीं किया था। कुस्र्क क्षेत्र में यूक्रेनी घुसपैठ का मतलब है कि जब तक यूक्रेन पूरी तरह से पराजित नहीं हो जाता, तब तक मॉस्को और कीव के बीच कोई बातचीत नहीं होगी।