यूक्रेन ने रूस पर लगाया आरोप, उत्तर कोरियाई सैनिकों की उपस्थिति छिपाने के लिए शव जलाए

कीव। रूस-यूक्रेन युद्ध खतरनाक स्तर पर पहुंचता जा रहा है। वलोडिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को रूस के खिलाफ एक नया दावा पेश किया और उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि…

यूक्रेन ने रूस पर लगाया आरोप, उत्तर कोरियाई सैनिकों की उपस्थिति छिपाने के लिए शव जलाए

कीव। रूस-यूक्रेन युद्ध खतरनाक स्तर पर पहुंचता जा रहा है। वलोडिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को रूस के खिलाफ एक नया दावा पेश किया और उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि रूस उत्तर कोरियाई सैनिकों की उपस्थिति छिपाने के लिए उनके चेहरे जला रहा है। वहीं, जेलेंस्की ने एक्स पर एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें दो शव जलते हुए दिखाई दे रहे हैं।

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने एक्स पर 31-सेकंड का एक वीडियो साझा किया, जिसमें लोगों के एक समूह को बर्फ से ढकी ढलान पर एक शव को जलाते हुए देखा जा सकता है और कैप्शन में कहा कि वर्षों के युद्ध के बाद भी, जब हमने सोचा रूसी और अधिक निंदक नहीं हो सकते, हम इससे भी बदतर कुछ देखते हैं। उन्होंने कहा कि इस पागलपन रोका जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि रूस न केवल उत्तर कोरियाई सैनिकों को यूक्रेनी ठिकानों पर हमला करने के लिए भेजता है, बल्कि इन लोगों के नुकसान को छिपाने की भी कोशिश करता है। जेलेंस्की ने आगे कहा कि रूसी सेना ने उत्तर कोरियाई सैनिकों की उपस्थिति को छिपाने की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान अपना चेहरा दिखाना प्रतिबंधित था। रूसियों ने अपनी उपस्थिति के किसी भी वीडियो सबूत को मिटाने का प्रयास किया। यूक्रेनी नेता ने दावा किया कि उनके देश की सेनाओं के साथ पहली लड़ाई के बाद, रूसी सैनिकों ने युद्ध में मारे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों के चेहरे जला दिए। बता दें कि अमेरिका ने दावा किया था किम जोंग उन ने रूस की तरफ से लड़ने के लिए 10000 सैनिक भेजे हैं।

रूसी सेना के परमाणु, जैविक और रासायनिक सुरक्षा बल के टाप जनरल इगोर किरिलोव (54) की मंगलवार सुबह यूक्रेन ने एक बम धमाके में हत्या कर दी। ड्राइवर के साथ जब वह इमारत से निकल रहे थे, बाहर खड़े एक ई-स्कूटर में लगा आइईडी, रिमोट बटन दबाए जाने के बाद जोरदार धमाके के साथ फट गया, जिसमें दोनों की मौत हो गई।

लेफ्टिनेंट जनरल इगोर की हत्या की जिम्मेदारी यूक्रेन सीक्रेट सर्विस (एसबीयू) ने ली है और यह दोनों देशों के बीच लड़ाई के बाद अब तक यूक्रेन द्वारा रूस के अंदर मारे जाने वाले सबसे बड़े सैन्य अधिकारी हैं।