कोलार, कलियासोत-भदभदा डैम हुए लबालब

कलियासोत नदी में आई बाढ़, समरधा टोला गांव के 20 परिवारों का रेस्क्यू भोपाल । भोपाल में तेज बारिश से बड़ा तालाब, कलियासोत डैम और भदभदा से पानी छलक पड़ा…

कोलार, कलियासोत-भदभदा डैम हुए लबालब

कलियासोत नदी में आई बाढ़, समरधा टोला गांव के 20 परिवारों का रेस्क्यू

भोपाल । भोपाल में तेज बारिश से बड़ा तालाब, कलियासोत डैम और भदभदा से पानी छलक पड़ा है, जबकि कोलार डैम के भी गेट खुल चुके हैं। अब सिर्फ केरवा डैम ही ऐसा है, जो 30त्न खाली है। कैचमेंट एरिया और सीहोर जिले में 1-2 दिन तेज बारिश होते ही केरवा डैम के गेट भी खुल जांएगे। मौसम विभाग ने शनिवार को भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है।भोपाल में अब तक 28 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है, जो सीजन की 75 प्रतिशत है। गुरुवार रात से ही तेज बारिश शुरू हो गई थी, जो शुक्रवार को पूरे दिन चली। इस कारण कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। वहीं, जलस्रोतों में भी अच्छा पानी आ गया। कलियासोत डैम के गेट खुलने के बाद से कलियासोत नदी उफान पर आ गई है। नदी किनारे समरधा टोला के 20 परिवार को स्कूल में शिफ्ट किया गया है। यहां हर साल घरों में पानी भरता है। कोलार फायर ऑफिसर पंकज खरे ने बताया, रात में ही पिपलिया केशो गांव में नाले की पुलिया भी उफान पर रही। इस वजह से 2 परिवार के 6 सदस्यों का रेस्क्यू किया गया। कोलार एसडीएम रविशंकर राय समेत अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।

कलियासोत डैम के सभी गेट खुले


शुक्रवार को कलियासोत डैम के सभी 13 गेट खोल गए थे। दरअसल, बड़ा तालाब में पानी का लेवल जैसे ही 1666.80 फीट पर आया, भदभदा डैम का एक गेट खोल दिया गया। शाम 6 बजे तक 11 में से 6 गेट खोल दिए गए। देर रात पांच गेट बंद कर दिए गए। अब केबल एक गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। कलियासोत डैम प्रभारी नितिन कुहीकर ने बताया कि डैम में पानी का लेवल 503.4 मीटर रख रहे हैं। इसलिए इतना पानी मेंटेन करके बाकी पानी को गेट के माध्यम से छोड़ रहे हैं। केरवा डैम अभी करीब 30 प्रतिशत खाली है।

कोलार डैम के 8 में से 4 गेट खुले


भोपाल के पास कोलार डैम के भी 8 में से 4 गेट खुल चुके हैं। सभी गेट कुल 7 मीटर खोले गए थे। डैम प्रभारी हर्षा जैनवाल ने बताया कि कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश हो रही है। इस वजह से कोलार डैम में पानी भी बढ़ रहा है। इसलिए चार गेट खोल गए थे। बारिश थमने के बाद पानी की आवक कम हुई है। अब दो गेट से पानी छोड़ा जा रहा है।