लोकसभा चुनाव के पहले बीएसपी सहित 5 संयंत्रों में एक्सपांशन प्रोजेक्ट शुरू करने की तैयारी…
सेल अपनी उत्पादन क्षमता 2035 तक 500 लाख टन तक पहुंचना है। इसके लिए बीएसपी सहित पांच एकीकृत इकाइयों विस्तारीकरण परियोजना शुरू की जा रही है। सेल प्रबंधन की तैयारी…
सेल अपनी उत्पादन क्षमता 2035 तक 500 लाख टन तक पहुंचना है।
इसके लिए बीएसपी सहित पांच एकीकृत इकाइयों विस्तारीकरण परियोजना शुरू की जा रही है। सेल प्रबंधन की तैयारी लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री से इसकी शुरुआत कराने की है।
सेल चेयरमैन अमरेंद्रु प्रकाश के बोकारो विजिट को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
क्योंकि परियोजना के पूरा होने के बाद बीएसएल की सेल की फ्लैगशिप इकाई बन जाएगी। सेल विस्तारीकरण परियोजना को दो चरणों में पूरा करेगा। पहले चरण में उन इकाइयों को शामिल किया गया है जहां योजना के क्रियान्वयन को लेकर किसी तरह की परेशानी नही है।
मसलन ब्लास्ट फर्नेस और मिल स्थापित करने के लिए प्लांट परिसर में ही खाली जगह का उपलब्ध होना। जहां इसकी समस्या है, ऐसे इकाइयों को परियोजना के दूसरे चरण में शामिल किया गया है।
जिसमें बीएसपी भी शामिल है। क्योंकि यहां जिस तेजी से बंद फर्नेस 2 और 3 के अलावा एसएमएस 1 को डिसमेंटल किया जाना चाहिए वह काम अब तक नहीं हो पाया है।
जिसके कारण नए फर्नेस और मिल स्थापित करने को लेकर जगह की समस्या आ रही है। हालांकि बीएसपी प्रबंधन ने बंद इकाइयों को ढहाने का काम शुरू कर दिया है लेकिन इसमें अभी लंबा समय लगने की संभावना है।
यही वजह है कि परियोजना के पहले चरण में पुरानी इकाइयों को ही अपग्रेड कर उत्पादन क्षमता बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है।
पहला चरण 6 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य सेल की विभिन्न इकाइयों की विस्तारीकरण परियोजना दो चरणों में पूरी की जाएगी। पहला चरण 2030 और दूसरा चरण 2035 में पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस पर एक लाख 10 हजार करोड़ खर्च होगा। जिसमें 55 हजार करोड़ कंपनी खुद निवेश करेगी। शेष राशि की व्यवस्था बैंक से लोन और अन्य मदों से किया जाएगा।
2030 तक सेल सहित अन्य कंपनियों के उत्पादन 300 एमटी करने की तैयारी भारत ने 2014-15 में 88.98 मिलियन टन (मीट्रिक टन) से कच्चे इस्पात के उत्पादन में 42% की वृद्धि दर्ज की है, जो 2022-23 में 126.26 मिलियन टन प्रतिवर्ष (एमटीपी) हो गया है।
अब इसे 2030 तक सेल सहित सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की विभिन्न कंपनियों के उत्पादन को मिलाकर 300 एमटीपी करने की योजना है। सेल केंद्र के उसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए अपने विभिन्न इकाइयों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने जा रहा है।