हड़बड़ी में गड़बड़ी, इजरायली सेना ने अपने ही तीन नागरिकों को कर दिया ढेर; हमास ने बना रखा था बंधक..
इजरायल-हमास युद्ध का आज 71वां दिन है। इस बीच इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा में हमास आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने की कार्रवाई में एक बड़ी गलती कर दी…
इजरायल-हमास युद्ध का आज 71वां दिन है।
इस बीच इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा में हमास आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने की कार्रवाई में एक बड़ी गलती कर दी और अपने ही तीन नागरिकों को गोली मार दी।
इससे उनकी मौत हो गई। शुक्रवार को इजरायल के एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा, ”इस घटना की समीक्षा की जा रही है।”
इजरायली सेना ने घटना की जांच के आदेश देते हुए कहा है कि ये बंधक गाजा में आतंकवादियों के साथ युद्ध के दौरान मारे गए। सेना ने इस पर अपनी संवेदना व्यक्त की है और पीड़ित परिवारों को आश्वस्त किया है कि “पूर्ण पारदर्शिता” के साथ घटना की जांच की जाएगी।
सेना ने अपने बयान में कहा है कि गाजा में सघन युद्ध के बीच तीन इजरायली बंधकों की पहचान एक खतरे के रूप में की गई थी, जिसके परिणामस्वरूप, सैनिकों ने उनकी तरफ भीषण गोलीबारी की जिसमें तीनों बंधकों की मौत हो गई।
मृत बंधकों की पहचान 28 वर्षीय योथम हैम, 25 वर्षीय समीर अल तलालका और 26 वर्षीय एलोन शमरिज़ के रूप में की गई है।
हमास आतंकियों ने 7 अक्टूबर के हमले में किबुत्ज़ कफ़र से इन सभी का अपहरण कर लिया था।
बंधकों और लापता व्यक्तियों के फैमिली फोरम, जो बंधकों के परिवारों का प्रतिनिधित्व करता है, ने भी मारे गए तीनों बंधकों के नामों की पुष्टि की है और अपनी संवेदना व्यक्त की है।
बंधकों के फैमिली फोरम की ओर से कहा गया है कि योतम एक प्रतिभाशाली संगीतकार और समर्पित संगीतप्रेमी थे, जबकि समीर मोटरसाइकिल चलाने का एक शौकीन व्यक्ति था, उसे मोटरसाइकिल से दोस्तों संग ग्रामीण इलाकों में घूमना पसंद करता था। मंच ने कहा, “26 साल के एलोन के परिवार और दोस्तों ने उसे जीवनप्रेमी और एक समर्पित बास्केटबॉल प्रशंसक बताया है।”
बता दें कि गाजा पट्टी में युद्ध रोकने के वैश्विक दबाव के बीच इजरायल ने लड़ाई और तेज कर दी है और हमास के आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहा है।
हमास के सैनिक जो सादे कपड़े पहनते हैं, उनकी पहचान करने में कठिनाई के बावजूद, पिछले 24 घंटों में इजरायल ने हमास के 10 लड़ाकों को ढेर कर दिया है।
गाजा में इजरायली हमलों में अब तक 19000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। अभी तक 110 बंधकों की रिहाई हो चुकी है।