विश्व सिकल सेल दिवस पर डिंडौरी में उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ बोले- इस बीमारी को जड़ से खत्म करेंगे
डिंडौरी । शासकीय चंद्र विजय कॉलेज परिसर में आयोजित विश्व सिकल सेल दिवस परामर्श शिविर में उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने कहा कि आयुष्मान योजना के माध्यम से इस बीमारी को जड़…
डिंडौरी । शासकीय चंद्र विजय कॉलेज परिसर में आयोजित विश्व सिकल सेल दिवस परामर्श शिविर में उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने कहा कि आयुष्मान योजना के माध्यम से इस बीमारी को जड़ से खत्म करेंगे। वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि घर-घर से बीमारी को बाहर निकालेंगे। सरकार जनता के साथ खड़ी है। इससे पूर्व उपराष्ट्रपति ने कॉलेज परिसर में पौधारोपण करने के बाद दीप प्रज्जवलित करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, ग्रामीण विकास मंत्री पहलाद पटेल सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे। इस परामर्श सिकल सेल शिविर में जिले भर से 1970 मरीज आए हैं।
शिविर में उपराष्ट्रपति ने कॉलेज परिसर में पौधारोपण किया
हेलीपेड से शासकीय चंद्र विजय महाविद्यालय उपराष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री पहुंचे। विश्व सिकल सेल दिवस पर आयोजित परामर्श शिविर में उपराष्ट्रपति ने कॉलेज परिसर में पौधारोपण किया। आगमन को लेकर पुलिस लाइन में चार हेलीपैड बनाए गए। उपराष्ट्रपति वायुसेना के हेलीकॉप्टर से आए। उनके साथ कुल तीन हेलीकॉप्टर रहे, जबकि एक हेलीकॉप्टर में मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्री भी साथ रहे।
उपराष्ट्रपति के साथ राज्यपाल और मुख्यमंत्री डिंडौरी में
डिंडौरी जिला मुख्यालय के शासकीय चंद्र विजय कॉलेज परिसर में 19 जून बुधवार को आयोजित राज्य स्तरीय सिकल सेल एनीमिया शिविर में शामिल होने देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल सहित प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक मंत्री डिंडौरी पहुंच चुके हैं।
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का आगमन
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का बुधवार की सुबह 5.35 बजे रेल मार्ग से जबलपुर आगमन हुआ था। उप मुख्यमंत्री यहां सर्किट हाउस में कुछ देर रुकने के बाद सुबह सात बजे कार से डिंडौरी के लिए रवाना हो गए थे। विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे तथा शाम 4 बजे कार से वापस जबलपुर आकर भोपाल प्रस्थान करेंगे।
सिकल सेल एनीमिया के मरीज चिन्हित
डिंडौरी में अभी भी 48 प्रतिशत मरीजों की स्कैनिंग तक स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार नहीं कर सके हैं। बजाग जनपद क्षेत्र में 245, करंजिया जनपद क्षेत्र में 154, अमरपुर में 26, समनापुर में 143 और शहपुरा जनपद क्षेत्र में 232 मरीज सिकल सेल के चिन्हित किए गए हैं। जिन्हें जनजाति कार्य विभाग डिंडौरी लाएगा। जिलेभर में कुल 1970 सिकल सेल एनीमिया के मरीज जांच के बाद चिन्हित किए गए हैं। इनका जबलपुर से आए डॉक्टरों की टीम द्वारा इलाज किया जाएगा। सबसे अधिक सिकल सेल की मरीज डिंडौरी जनपद क्षेत्र में 1151 चिन्हित किए गए हैं,जबकि सबसे कम 19 मरीज मेहदवानी जनपद क्षेत्र में सामने आए हैं। इन सभी चिन्हित मरीजों को लाने ले जाने के लिए कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन सभी का इलाज कर दवा का वितरण भी किया जाएगा।
सिकल सेल एनीमिया क्या है
सिकल सेल बीमारी एक अनुवांशिक बीमारी है। नोडर अधिकारी डॉक्टर मनोज उरैती ने बताया कि यदि माता-पिता दोनों में सिकल सेल के जीन है तो बच्चों में इस बीमारी का होना स्वाभाविक है। इस बीमारी में रोगी की लाल रक्त कोशिका हंसिये के आकार में परिवर्तित हो जाती है। उन्होंने बताया कि सिकल सेल एनीमिया के अगर लक्षण यह नजर आए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इन पीड़ितों में खून की कमी, हल्की पीलिया होने से बच्चे का शरीर पीला दिखाई देना, तिल्ली का बढ़ जाना, पेट एवं छाती में दर्द होना, सांस लेने में तकलीफ, हड्डियों एवं जोड़ों में विकृतियां होना, पैरों में अल्सर घाव होना, हड्डियों और जोड़ों में सूजन के साथ अत्यधिक दर्द, मौसम बदलने पर बीमार पढ़ना, अधिक थकान होना यह लक्षण बताए गए हैं।