महाकाल मंदिर में वेंटिलेशन के वायरल वीडियो से सुरक्षा पर सवाल, जिम्मेदार बोले- वो तो सप्ताह भर से बंद
उज्जैन । इन दिनों सोशल मीडिया पर श्री महाकालेश्वर मंदिर का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ श्रद्धालु कार्तिक मंडपम के वेंटिलेशन से कूद कर गणेश मंडपम में…
उज्जैन । इन दिनों सोशल मीडिया पर श्री महाकालेश्वर मंदिर का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ श्रद्धालु कार्तिक मंडपम के वेंटिलेशन से कूद कर गणेश मंडपम में पहुंच रहे हैं। इस वीडियो को वायरल किए जाने के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगाए गए हैं। इसमें कहा गया है कि महाकालेश्वर मंदिर में वैसे तो सुरक्षा कर्मियों की लंबी चौड़ी फौज है, लेकिन जब श्रद्धालु इस तरह वेंटिलेशन से कूद कर एक स्थान से दूसरी जगह जा रहे हैं तो उन्हें रोकने वाला कोई भी नहीं है। वायरल हो रहे वीडियो और महाकाल मंदिर में हो रही चूक पर जब अमर उजाला द्वारा सच्चाई का पता लगाया गया तो पता चला कि यह वीडियो कोई एक-दो दिन पुराना नहीं बल्कि लगभग एक सप्ताह पुराना है। इसे श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के जिम्मेदारों ने संज्ञान में लेते हुए वेंटिलेशन को कभी से बंद कर दिया है। इस पूरे मामले में श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे कुछ गलत तरीके से प्रसारित किया जा रहा है। इस वीडियो में कुछ श्रद्धालु कार्तिक मंडपम के वेंटिलेशन से गणेश मंडपम में कूद जरूर रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि यह मामला हमारे संज्ञान में नहीं है। इस वायरल वीडियो में जिस तरह से घटना को प्रदर्शित किया जा रहा है वह सरासर गलत है। मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था चूक जैसी कोई बात नहीं है। साथ ही यह वीडियो एक-दो दिन पुराना नहीं बल्कि लगभग सप्ताह भर पुराना है। यह वीडियो अब वायरल हुआ, लेकिन हमने श्रद्धालुओं की इस हरकत को संज्ञान में लेते हुए वेंटिलेशन को पहले ही बंद करवा दिया है। वर्तमान में तो वेंटिलेशन की स्थिति कुछ ऐसी है कि यहां से किसी का कूदना तो दूर इससे बाहर भी नहीं झांका जा सकता।
श्रद्धालुओं को दी थी समझाइश
सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से हमें जब इस घटना का पता लगा तो उसी समय यहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत ऐसे श्रद्धालुओं को रोककर इस प्रकार वेंटिलेशन से ना कूदने की समझाइश दी थी और अगले दिन ही इन वेंटिलेशन पर स्टील के पाइप लगवा दिए गए थे जिससे कि फिर अन्य कोई श्रद्धालु इस तरह की अव्यवस्था न फैला सके।