रेल रोको आंदोलन से 10 घंटे बाधित रहा कल्याण-पुणे मार्ग 

बदलापुर। मुंबई से सटे बदलापुर स्थित आदर्श विद्यालय में पढ़ने वाली दो मासूम बच्चियों से छेड़छाड़ को लेकर मंगलवार को प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए. गुस्साए लोगों ने मंगलवार सुबह…

 रेल रोको आंदोलन से 10 घंटे बाधित रहा कल्याण-पुणे मार्ग 

बदलापुर। मुंबई से सटे बदलापुर स्थित आदर्श विद्यालय में पढ़ने वाली दो मासूम बच्चियों से छेड़छाड़ को लेकर मंगलवार को प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए. गुस्साए लोगों ने मंगलवार सुबह स्कूल के बाहर प्रदर्शन करने के साथ ही 10 बजे रेलवे स्टेशन का घेराव किया. मंगलवार सुबह से ही बदलापुर के हजारों निवासी सड़कों पर उतर आए. बदलापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया और सुबह से शाम तक इस रूट पर एक भी ट्रेन नहीं चली. मामला इतना उग्र रहा कि मंत्री गिरीश महाजन प्रदर्शनकारियों से सलाह-मशविरा करने बदलापुर रेलवे स्टेशन पहुंचे. हालाँकि, प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन रोकने के उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। इस दौरान गिरीश महाजन ने प्रदर्शनकारियों को सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी. प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए मंत्री गिरीश महाजन करीब एक घंटे तक बदलापुर स्टेशन पर रहे. उन्होंने लगातार माइक्रोफोन के जरिए मौजूद प्रदर्शनकारियों से संवाद करने की कोशिश की. लेकिन आंदोलन रोकने के उनके अनुरोध को प्रदर्शनकारियों ने अस्वीकार कर दिया। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आरोपियों को यहां लाकर फांसी दी जाए. आख़िरकार गिरीश महाजन प्रदर्शनकारियों से एक घंटे तक बातचीत करने के बाद स्टेशन परिसर से बाहर चले गए. बाहर आने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की. आंदोलन में मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना की तख्तियां होने की बात कहते हुए गिरीश महाजन ने आरोप लगाया कि कुछ लोग राजनीति से प्रेरित हैं. “अब मैं उस पर क्या कह सकता हूँ. यहां कुछ लोग मेरी लाडली बहन का बोर्ड लेकर खड़े हैं. ये कुछ लोग राजनीति से प्रेरित हैं। आपको बता दें कि स्कूल में बच्ची के साथ कथित यौन उत्पीड़न मामले में एक सफाई कर्मचारी का नाम सामने आया था. पुलिस ने आरोपी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार कर लिया है. स्कूल के प्रिंसिपल, क्लास टीचर और 2 सहायकों को निलंबित कर दिया गया है.
जब शाम तक आंदोलनकारी अपना आंदोलन वापस नहीं ले रहे थे तब पुलिस ने सीधी कार्रवाई का मन बना लिया। रेलवे ट्रैक पर मौजूद भीड़ को पीछे धकेलने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. पुलिस के लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया. बदलापुर रेलवे स्टेशन पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़प हुई जिसमें दर्जनों लोग घायल भी हुए. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है. 
रेल रोको आंदोलन के चलते लोकल ट्रेनों की तरह लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनें भी पूरी तरह से बाधित हो गई. सेंट्रल रेलवे ने जानकारी दी है कि 40 लोकल ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. बदलापुर आंदोलन के कारण 12 मेल एक्सप्रेस सेवाओं को डायवर्ट किया गया है। अब तक करीब 12 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को डायवर्ट किया जा चुका है. कोयना एक्सप्रेस का रूट डायवर्ट कर दिया गया है और उसे बदलापुर से कल्याण लाया जा रहा है. बदलापुर के बाद, दिवा और पनवेल के रास्ते कर्जत के रास्ते ट्रेन अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई। उधर अंबरनाथ से कर्जत-खोपोली के बीच करीब 40 लोकल ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया. जैसे-जैसे यात्री घर जा रहे हैं, यह संख्या तेजी से बढ़ने की संभावना है। सीएसएमटी से अंबरनाथ और कसारा तक सेवाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। कल्याण और कर्जत के बीच यात्रियों के लिए अतिरिक्त बस चलाने का अनुरोध किया गया था। राज्य परिवहन से 100 बसों की व्यवस्था के लिए सहायता का अनुरोध किया गया जिसमें यात्रियों की सुविधा के लिए अब तक लगभग 55 बसें सेवा में लगाई जा चुकी हैं।
बदलापुर स्कूल में बच्ची के साथ हुई इस शर्मशार करने वाली घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में एक एसआईटी का गठन किया जा चुका है. हम उस स्कूल के खिलाफ भी कार्रवाई करने जा रहे हैं, जहां यह घटना हुई थी. उन्होंने कहा कि वो इस घटना को गंभीरती से लेते हुए मामले को तेजी से आगे बढ़ाने की प्रक्रिया में हैं.
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जांच के आदेश दिए हैं. इसके बाद वरिष्ठ आईपीएस आरती सिंह के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. इसी के साथ ठाणे के पुलिस आयुक्त आशुतोष डुंबरे ने भी बदलापुर पुलिस थाना को तुरंत एक प्रस्ताव बनाकर मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने के लिए सबमिट करने के निर्देश दिए हैं. पुलिस के मुताबिक मामला सामने आने के बाद ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन परिजनों का कहना है कि इस संबंध में स्कूल प्रबंधन को आगे आकर माफी मांगनी चाहिए. इसी के साथ स्कूल के अंदर छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए. परिजनों का आरोप है कि इस स्कूल में छात्राएं सुरक्षित नहीं है. घटना के चार दिन बाद भी अभी तक स्कूल प्रबंधन की ओर से इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. आरोप है कि स्कूल की दो मासूम छात्राओं के साथ स्कूल के ही एक सफाई कर्मचारी ने शौचालय में छेड़छाड़ की थी. पुलिस ने आरोपी के साथ ही उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है.