रुस ने आठ माह में जितनी जमीन कब्जा की….उतनी यूक्रेन ने 8 दिन में छुड़ा ली 

मॉस्को । यूक्रेन के जवाबी हमले से रूस हिल गया है। यूक्रेन ने छोटे हमले से आठ दिनों में उतनी रूसी जमीन पर कब्जा किया है, जितनी पुतिन की सेना…

रुस ने आठ माह में जितनी जमीन कब्जा की….उतनी यूक्रेन ने 8 दिन में छुड़ा ली 

मॉस्को । यूक्रेन के जवाबी हमले से रूस हिल गया है। यूक्रेन ने छोटे हमले से आठ दिनों में उतनी रूसी जमीन पर कब्जा किया है, जितनी पुतिन की सेना ने पिछले आठ माह में यूक्रेन में कब्जाया था। रूसी राष्ट्रपति यूक्रेन के हमले से भड़के हैं और उन्होंने क्रेमलिन से दुश्मनों को बाहर निकालने के लिए और भी ज्यादा सैनिकों की तैनाती कुर्स्क में करने का आह्वान किया है। यूक्रेन ने 6 अगस्त को हमला किया था, इसके बाद सैनिकों ने टैंकों और विमानों के बड़े काफिले के साथ धावा बोला। कीव ने दावा किया कि उसने रूस की 74 बस्तियों और 1000 वर्ग किलोमीटर की जमीन कब्जा ली है।
यूक्रेनी जनरल ऑलेक्जेंडर सिर्स्की का कहना है कि जैसे-जैसे उनके सैनिक आगे बढ़ रहे हैं, यह आंकड़ा और भी बढ़ता रहेगा। विश्लेषण का दावा है कि 2024 की शुरुआत के बाद से रूस यूक्रेन के अंदर सिर्फ 994 वर्ग किलोमीटर की जमीन पर कब्जा कर सका है। रूस की ओर से जमीन कब्जाने की सटीक रिपोर्ट अलग-अलग हैं, हालांकि यूएस के इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने बताया कि पुतिन ने डोनेट्स्क के आसपास 1100 वर्ग किमी से ज्यादा का क्षेत्र कब्जाया है। लेकिन इस दौरान 3 लाख सैनिकों के खोने का दावा किया है, जिसमें कई मारे गए या गंभीर रूप से घायल हो गए।
रूस के कुर्स्क इलाके में हताहतों की संख्या बढ़ रही है। पुतिन की सेना यूक्रेनी सैनिकों को रोकने के लिए संघर्ष कर रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कथित तौर पर यूक्रेनियों ने अपने हमले में रूसी सैनिकों को चौंकाते हुए करीब 1200 को पकड़ लिया है। यह यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला और पुतिन के लिए करारा झटका होगा। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से रूस पर यह पहला हमला है। रूसी सेना ने पहली बार अपनी धरती पर किसी हमले को महसूस किया है, जिसके बाद उन्होंने बेलगोरोड, ब्रांस्क और कुर्स्क के सीमावर्ती इलाकों में बड़ा आतंकी अभियान चलाया है।
रूस ने लड़ने के लिए टैंक, ट्रक और सैनिकों को भेजा है। युद्धग्रस्त इलाकों में दोनों सेनाएं एक दूसरे को तबाह करने के लिए हर रात हवाई हमला कर रही हैं। जेलेंस्की ने आने वाले दिनों रूस में और भी अंदर तक जाने की कसम खाई है। पिछले दो वर्षों से वह रूसी सेना के साथ युद्ध लड़ रहे हैं।