यूपी-एमपी में नदियां उफान पर

नई दिल्ली। बारिश देश के कई राज्यों में आफत बन गई है। कहीं बाढ़ तो कहीं भूस्खलन से लोगों की जानें जा रही ही हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के कई…

यूपी-एमपी में नदियां उफान पर

नई दिल्ली। बारिश देश के कई राज्यों में आफत बन गई है। कहीं बाढ़ तो कहीं भूस्खलन से लोगों की जानें जा रही ही हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में रविवार देर रात हुई तेज बारिश से लैंडस्लाइड हो गया। चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर पहाड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, तीन घायल हो गए।  राज्य में अलग-अलग जगह लैंडस्लाइड के चलते 80 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। 

 

देश के 15 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी 

इसके अलावा किन्नौर जिले में बादल फटा गया। इससे इलाके में तेज बारिश हो रही है। घरों में पानी घुस गया है। वहीं यूपी के ललितपुर में बारिश से बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं। राजघाट बांध के आठ और माताटीला बांध के 20 गेट ​​खोले दिए गए हैं। इसके चलते बेतवा नदी उफान पर आ गई है। नदी किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। 
उधर, मध्य प्रदेश में भी तेज बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में अब तक सामान्य से सात फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। यहां नर्मदा नदी उफान पर बह रही है। कोलार, बरगी, सतपुड़ा समेत कई डैम के गेट खोल दिए गए हैं और पानी छोड़ा जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने आज यानी सोमवार को 15 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
भारी बारिश 13 राज्य, 4 केंद्र शासित प्रदेश में हो सकती मध्य प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, कर्नाटक, केरल, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान-निकोबार। 30 जुलाई को नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, यूपी, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

 

उज्जैन में शिप्रा नदी में मंदिर डूबे

मध्यप्रदेश के उज्जैन में शिप्रा नदी के तट पर मंदिर डूब गए हैं। शाजापुर में बाढ़ आ गई है, जिससे घर और दुकानों में पानी भर गया है। सोमवार को जबलपुर समेत आठ जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को तेज या भारी बारिश का दौर थमा रहेगा, लेकिन 31 जुलाई से प्रदेश में फिर मौसम एक्टिव होगा। इससे पूरा प्रदेश तरबतर हो जाएगा। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 10फीसदी ज्यादा पानी गिर चुका है, जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 4फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। पूर्वी हिस्से सिवनी, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट में सबसे ज्यादा बारिश हुई है।