बस्तर में सुबह से हुई झमाझम बारिश ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में जमकर मचाई तबाही

जगदलपुर बस्तर में सुबह से हुई झमाझम बारिश ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में जमकर तबाही मचाई है. एक तरफ जहां तेज हवा और भारी बारिश की वजह से कोतवाली…

बस्तर में सुबह से हुई झमाझम बारिश ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में जमकर मचाई तबाही

जगदलपुर

बस्तर में सुबह से हुई झमाझम बारिश ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में जमकर तबाही मचाई है. एक तरफ जहां तेज हवा और भारी बारिश की वजह से कोतवाली परिसर में एक विशालकाय पेड़ धराशायी हो गया है. पेड़ के नीचे रखे करीबन 3 से 4 वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं जगदलपुर शहर के एक दर्जन से अधिक वार्डों में बारिश का पानी भर गया जिससे कई घर भी प्रभावित हुए. लगभग 100 से अधिक घरों में बारिश का पानी भर गया जिससे वार्डवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस मूसलाधार बारिश ने नगर निगम के सारे दावों की पोल खोल दी है.

बारिश में शहर के कई सड़के नदियों में तब्दील हो गई है. वार्डवासियों का कहना है कि सुबह हुई कुछ देर की बारिश का पानी घर में घुस गया. जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. पार्षद और नगर निगम सफाई बिल्कुल नहीं करवाते जिस वजह से नालियों का गंदा पानी घरों में घुस जाता है और पूरी तरह से घर में बदबू फैल जाती है.

वहीं निगम नेता प्रतिपक्ष उदय जेम्स ने आरोप लगाते हुए कहा कि महापौर और निगम कमिश्नर के दावों का पोल कुछ देर की बारिश ने खोल दी है. सभी नालियों की अच्छी सफाई करने के दावे करने वाले चमचमाती गाड़ी में आते है और निकल जाते है.

महापौर सफीरा साहू ने अपना बचाव करते हुए इसे प्राकृतिक आपदा बता दिया. उनका कहना है कि पानी का जो श्रोत है वह प्राकृतिक आपदा है. ज्यादा पानी गिरने के कारण जिन-जिन वार्डों में जल भराव की स्थिति नहीं होती थी उन वार्डों में भी जल भराव की स्थिति बनी है.