डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने तो यूक्रेन का क्या होगा, जेलेंस्की बोले बढ़ेंगी दिक्कतें 

कीव। एक तरफ मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन पर राष्ट्रपति पद के रेस से बाहर होने का दबाव बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की स्थिति भी…

डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने तो यूक्रेन का क्या होगा, जेलेंस्की बोले बढ़ेंगी दिक्कतें 

कीव। एक तरफ मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन पर राष्ट्रपति पद के रेस से बाहर होने का दबाव बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की स्थिति भी मजबूत होती जा रही है। इस सब के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ट्रंप के जीत की संभावनाओं को बढ़ता देख कर घबरा गए हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि ट्रंप अगर अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं। तो उनके साथ काम करना बहुत मुश्किल होने वाला है। जेलेंस्की ने स्वीकार किया कि नवंबर में होने वाले अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत यूक्रेन के लिए ठीक नहीं है। हालांकि जेलेंस्की ने कहा है कि वह और यूक्रेन के लोग इसके लिए तैयार हैं।वहीं ट्रम्प ने अपने चुनावी अभियान के दौरान कहा है कि एक बार राष्ट्रपति के तौर पर चुने जाने के बाद वह बातचीत कर के इस जंग को खत्म करवा देंगे। उन्होंने कहा कि फरवरी 2022 अगर वह इस पद पर होते तो कोई जंग शुरू ही नहीं होता।
जेलेंस्की ने इस दौरान यह भी कहा कि ट्रम्प के चुने जाने के बाद काफी मुश्किल हो सकती है और हमें ज्यादा मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा, लेकिन यूक्रेन के लोग मेहनती हैं। जो बाइडेन की सरकार ने जंग के दौरान यूक्रेन को लगातार हथियार भेजे हैं। हालांकि अमेरिकी कांग्रेस के अंदर विवादों की वजह से पिछले कुछ महीनों इसमें कमियां भी आई है। ट्रंप ने अपने साथ उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में सीनेटर जे.डी. वेंस को चुनकर यह बात साफ कर दी है कि अगर वे चुनाव जीतते हैं तो रूस के साथ 28 महीने से चल रहे जंग में उलझे यूक्रेन पर अमेरिका का रुख बदल भी सकता है। गौरतलब है कि वेंस ने एक साक्षात्कार में कहा था, मुझे सच में कोई परवाह नहीं है कि यूक्रेन के साथ क्या होता है। लंदन में यूरोपीय पॉलिटिकल मीटिंग में भाग ले रहे जेलेंस्की ने बीबीसी से बात करते हुए इस बारे में भी बात की। जेलेंस्की ने कहा, शायद उन्हें सच में परवाह नहीं है, लेकिन हमें अमेरिका के साथ काम करना है।