सावन में सुहागन महिलाओं को क्यों पहनना चाहिए हरे रंग की चूड़ी और साड़ी, आचार्य से जानें वजह
देवघर: इस साल 22 जुलाई से सावन महीना का प्रारंभ होने वाला है.19 अगस्त को सावन का महीना समापन होने वाला है. सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित रहता…
देवघर: इस साल 22 जुलाई से सावन महीना का प्रारंभ होने वाला है.19 अगस्त को सावन का महीना समापन होने वाला है. सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित रहता है. सावन के महीने में भगवान शिव के ऊपर जलाभिषेक कर विधि विधान के साथ पूजा आराधना करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है. सावन का महीने मे अक्सर हरे रंग के चुडिया और हरे रंग के साडिया पहनती है. आज देवघर के ज्योतिषआचार्य से जानते है. सावन में हरे रंग की चूड़ियां और हरे रंग की साड़ी पहनना क्यों शुभ माना जाता है. इसके साथ ही इसका धार्मिक महत्व क्या है?
क्या कहते है देवघर के ज्योतिषआचार्य से
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 से कहा कि भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय रंग हरा माना जाता है. इसलिए हरा बेलपत्र हरा शमी पत्र भगवान शिव के ऊपर अर्पण किया जाता है. इसके साथ ही भगवान शिव को हरियाली बेहद पसंद है. सावन के महीने में चारों ओर हरियाली ही हरियाली रहती है. वहीं, सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित रहता है. इसी सावन के महीने में हरियाली तीज भी मनाई जाती है. इसलिए, महिलाये हरी चूड़ियां और हरी साड़ी पहनकर भगवान शिव की पूजा आराधना करते हैं तो भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
क्या है धार्मिक महत्व
सावन के महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा आराधना की जाती है. माता पार्वती की पूजा आराधना करने में महिलाएं सोलह सिंगार अर्पण करती है. उस श्रृंगार में हरी रंग की चूड़ियां भी शामिल रहती हैं. हरे रंग की चूड़ियां अर्पण करने से पति-पत्नी में प्रेम संबंध बढ़ता है. वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है. वहीं ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि हरे रंग के कपड़े पहनने से कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होते हैं. इसलिए सावन के महीने में हरे रंग की चूड़ियां और साड़ी पहननी चाहिए.