राखी बांधने के पहले बहनें कर लें ये काम
देवघर: रक्षाबंधन का पर्व नजदीक ही है. बहनों ने राखियां खरीदनी भी शुरू कर दी हैं. रक्षाबंधन का महत्व हिंदू धर्म में बड़ा खास है. इस दिन बहनें अपने भाई…
देवघर: रक्षाबंधन का पर्व नजदीक ही है. बहनों ने राखियां खरीदनी भी शुरू कर दी हैं. रक्षाबंधन का महत्व हिंदू धर्म में बड़ा खास है. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं. बदले में भाई बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं. लेकिन, कुछ उपाय पर्व को और खास बना सकते हैं.
हर साल रक्षाबंधन सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस साल 19 अगस्त को सावन पूर्णिमा है. उसी दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. हालांकि, इस बार अगर बहनें राखी बांधने के साथ कुछ उपाय कर लें तो भाई-बहन के रिश्ते में मिठास आने के साथ-साथ भाई के सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी. देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानें विशेष उपाय…
भद्रा के बाद बांधें राखी
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Local 18 को बताया कि 19 अगस्त को रक्षाबंधन है. इस दिन भद्रा का साया रहने वाला है. भद्रा में राखी बांधना अशुभ माना जाता है, इसलिए भद्रा समाप्त होने के बाद ही बहन भाई की कलाई पर राखी बांधें. राखी बांधने के साथ कुछ ऐसे कार्य हैं जो बहनों को जरूर करना चाहिए. इससे भाइयों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
भगवान गणेश होंगे प्रसन्न
पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि जब बहन अपने भाई की कलाई में राखी बांधें तो उससे पहले भगवान गणेश के सामने राखी की थाली रखकर उनके चरणों में राखी अर्पण करें. उसके बाद वह राखी भाई की कलाई के ऊपर बांधनी चाहिए. भगवान गणेश प्रथम पूज्य देवता माने जाते हैं, इस विधि से वह प्रसन्न होते हैं.
तिजोरी में रखे ये सामान
दूसरा उपाय ये है कि बहन एक लाल कपड़े में रोली, अक्षत और एक सिक्का बांधकर अपने भाई को आशीर्वाद के रूप में दें और वह पोटली भाई अपनी तिजोरी में रख लें. इससे भाई को कभी आर्थिक समस्या नहीं झेलनी पड़ेगी. भाई दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की करेंगे.
कुंवारी कन्याओं को कराएं भोजन
साथ ही रक्षाबंधन के दिन पंचमेवा की खीर बनाकर कुंवारी कन्या को अवश्य खिलाना चाहिए. इससे घर में सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होने के साथ ही भाई बहन के रिश्ते में मिठास बढ़ेगी.
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
हर साल रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया रहता है और भद्रा में राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है. वहीं, 18 अगस्त दिन रविवार रात्रि 2 बजकर 21 मिनट से भद्रा लगने जा रही है. इसकी समाप्ति अगले दिन 19 अगस्त दोपहर 1 बजकर 25 मिनट पर होगी, इसलिए 19 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 25 मिनट के बाद ही राखी बांधें.