बरेली में जुलाई के पहले सप्ताह बारिश ही बारिश
बरेली बरेली में बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आठ वर्ष बाद जुलाई के पहले सप्ताह में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई। वर्ष 2016 में एक से सात जुलाई के…
बरेली
बरेली में बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आठ वर्ष बाद जुलाई के पहले सप्ताह में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई। वर्ष 2016 में एक से सात जुलाई के बीच 286.6 मिमी बारिश हुई थी, जबकि इस साल यह आंकड़ा 232.8 मिमी दर्ज किया गया। बीते सात दिनों से हो रही बारिश का क्रम सोमवार को जारी है। बारिश के बीच शहर के लोग जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। वहीं मौसम विभाग ने 11 जुलाई तक ऐसा ही मौसम रहने के आसार जताए हैं।
मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक एक से सात जुलाई तक औसतन 135.2 मिमी बारिश होती है। वर्ष 2016 में इस दौरान 286.6 मिमी बारिश हुई थी। इस साल इस दरम्यान 232.8 मिमी बारिश हो चुकी है। यह औसत से 97.6 मिमी ज्यादा है। मौसम विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक अबकी बार दो दिशाओं से प्रवेश कर रहे चक्रवाती परिस्थितियों की वजह से विक्षोभ की सक्रियता बढ़ी है।
बारिश का क्रम जारी है। खंडवर्षा भी हो रही है। वर्ष 2016 में भी यही स्थिति थी। मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा। हल्की, मध्यम बारिश के आसार हैं। मंगलवार को उच्च वायुदाब का क्षेत्र बनने पर आसमान साफ होने के आसार हैं।
सोमवार दिन में बारिश, शाम को खिली थी धूप
शनिवार देर रात से जारी हल्की, तेज बारिश का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। सुबह से घने बादल मंडराते रहे। कहीं-कहीं रिमझिम होती रही। बारिश से गर्मी के तेवर ठंडे रहे। शाम को हल्की धूप निकली, हालांकि देर रात फिर बारिश शुरू हो गई। 24 घंटे में 31.7 मिमी बारिश दर्ज हुई। अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं, न्यूनतम पारा दो डिग्री लुढ़ककर 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
जलभराव से बढ़ीं समस्याएं
शहर की सबसे बड़ी मलिन बस्ती हजियापुर के हालात बुरे हैं। नगर आयुक्त और महापौर के आदेशों के बाद भी यहां नालों की सफाई नहीं हो सकी है। अब सड़कों पर जलभराव व कीचड़ की वजह से आवागमन मुश्किल हो गया है। रविवार को बारिश न होने से जलभराव कम हुआ, पर कीचड़ और बदबू ने लोगों का निकलना दूभर कर दिया है। हाल ही में नगर आयुक्त ने हजियापुर का दौरा कर ठेकेदारों को नालों की सफाई के निर्देश दिए थे। ठेकेदार व निर्माण विभाग के अधिकारियों ने इसे अनसुना कर दिया।
वहीं, आजमनगर मोहल्ले में हरी मस्जिद वाली गली जर्जर और बदहाल हो चुकी है। वार्ड संख्या 20 के इरफान कुरैशी ने कहा कि बारिश का पानी सड़क के गड्ढों में भर जाता है। कीचड़ और गंदगी की वजह से लोगों को निकलना मुश्किल हो गया है। शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खान वारसी ने सड़क को ठीक कराने की मांग की है।
दामिनी, सचेत एप डाउनलोड करने की अपील
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने जिलेवासियों से मोबाइल फोन में दामिनी, सचेत एप डाउनलोड करने की अपील की है, ताकि बिजली गिरने की सूचना पूर्व में प्राप्त हो सके और लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें। बारिश के दौरान धातु की वस्तुएं न छूने, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद रखने, फोन पर बातचीत न करने आदि के सुझाव दिए हैं।
नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स ने बताया कि अगर नालों की सफाई नहीं हुई है, तो निश्चित तौर पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी। नालों की सफाई और आवाजाही सुचारु करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।