अलमारी के पीछे आतंकी अड्डा, देखकर सुरक्षा एजेंसियां भी हैरान
जम्मू कश्मीर के जिला कुलगाम में दो जगह चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने छह आतंकवादियों को ढेर कर दिया। मारे गए आतंकियों के ठिकाने से जुड़ा एक वीडियो सामने आया…
जम्मू कश्मीर के जिला कुलगाम में दो जगह चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने छह आतंकवादियों को ढेर कर दिया। मारे गए आतंकियों के ठिकाने से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि एक घर में बनी अलमारी के भीतर आतंकियों ने गुप्त ठिकाना बना रखा था। बाहर से इस ठिकाने को इस तरह से छिपाकर रखा था कि पता ही न चल पाए कि यहां कोई बंकर है भी या नहीं। इस वीडियो के सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियां भी सकते में हैं। सूत्रों की मानें तो पुलिस और सुरक्षाबलों की जांच के बाद इस आतंकी ठिकाने का पर्दाफाश हुआ है। हालांकि वीडियो को लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। कुलगाम मुठभेड़ पर दक्षिण कश्मीर के डीआईजी जावेद अहमद मट्टू ने कहा, '6 जुलाई को शुरू हुआ संयुक्त अभियान 7 जुलाई को समाप्त हुआ, 2 आतंकवादी मारे गए। उनमें से एक, आदिल, उसके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज थीं…दूसरी मुठभेड़ चिन्नीगाम इलाके में हुई…वहां 4 आतंकवादी मारे गए…इस मुठभेड़ के दौरान बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया…' । कुलगाम में शनिवार को दो जगहों पर मुठभेड़ हुई, जो रविवार को दूसरे दिन भी जारी रही। जिले के चिन्नीगाम फ्रिसल में सुरक्षाबलों ने चार और मुदरघम में दो दहशतगर्दों का सफाया किया। हालांकि इस ऑपरेशन के दौरान दो जवान भी बलिदान हुए। आतंकियों के पास से तीन एके -47 राइफल, एक पिस्तौल व गोला-बारूद बरामद किया गया है। मारे गए दहशतगर्द हिजबुल मुजाहिदीन व लश्कर-ए-ताइबा के सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ( टीआरएफ ) से जुड़े हुए थे। मारे गए आतंकियों की शिनाख्त यावर बशीर निवासी कैमोह, जाहिद अहमद डार निवासी यारीपोरा, तौहीद अहमद राथर निवासी, शकील अहमद वानी निवासी कुलगाम के रूप में हुई है। अन्य दो आतंकियों की भी पहचान की जा रही है। डीजीपी आरआर स्वैन ने कहा कि एक जगह मुठभेड़ खत्म हो चुकी है। पूरे इलाके की घेराबंदी की गई है। तलाशी अभियान जारी है। मुठभेड़ स्थल से चार आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मुदरघम में हुई मुठभेड़ में पैरा कमांडो लांस नायक प्रदीप नैन और चिन्नीगाम में राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही प्रवीण प्रभाकर बलिदान हुए हैं।