महाकाल मंदिर में पानी घुसने की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसलिए व्यवस्थाएं देखने पहुंचे कलेक्टर
उज्जैन। पिछले वर्ष बारिश का मौसम में विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के नंदी हॉल में पानी पहुंचने से जमकर बवाल मचा था। इस वर्ष भी बारिश के मौसम में यह…
उज्जैन। पिछले वर्ष बारिश का मौसम में विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के नंदी हॉल में पानी पहुंचने से जमकर बवाल मचा था। इस वर्ष भी बारिश के मौसम में यह घटना न हो इसीलिए उज्जैन कलेक्टर और महाकालेश्वर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने मंदिर में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने महाकाल महालोक के द्वितीय फेस के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया और निर्धारित समयसीमा में कामों को पूरा करने के निर्देश दिए गए।
भ्रमण के दौरान जानकारी दी गई की नंदी हॉल में नए मार्बल लगाया जाना प्रस्तावित है। कलेक्टर सिंह द्वारा महाराजवाड़ा से मंदिर तक जोड़े जाने वाली टनल में चल रहे हैं निर्माण कार्य और भगवान महाकालेश्वर के शिखर दर्शन के लिए बनाए गए परिसर का भी अवलोकन किया गया। परिसर में टनल के लिए बनाए गए डक्ट के आसपास रेलिंग लगाई जाने के निर्देश दिए गए।कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि महाकालेश्वर मंदिर का आगामी 10 साल का एकीकृत प्लान बनाया जाए।उन्होंने पानी की निकासी के लिए बनाई गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि मंदिर का जो भी निर्माण कार्य है, जिनके लिए जो कार्य योजना बनाई गई है उसे शासकीय अभिलेख में भी विधिवत दर्ज किया जाए। तेज बारिश के समय चेंबर के पास कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए, ताकि वे सही समय पर पानी की निकासी करवा सके, इससे मंदिर के गर्भ गृह और आंतरिक परिसर में पानी आने की संभावना खत्म होगी। इसके अतिरिक्त वर्षा का पानी अंदर आने से रोकने के लिए कुछ स्थानों पर सेंसर लगवाए जाएं जो पानी का स्तर बढ़ने पर सक्रिय हो जाएं। रुद्र सागर में यदि जल स्तर बारिश के दौरान बढ़ता है तो पंपिंग के माध्यम से बारिश का पानी की निकासी की व्यवस्था की जाए।