“जल-गंगा संवर्धन” अभियान को लेकर नागरिकों में उत्साह, जल स्रोतों के लिए कर रहे हैं श्रमदान
भोपाल : जल-संवर्धन अभियान के तीसरे दिन भी आम नागरिकों ने उत्साह पूर्वक जल स्रोतों की सफाई की। उल्लेखनीय है कि 5 जून को राजधानी में आयोजित जल गंगा संवर्धन…
भोपाल : जल-संवर्धन अभियान के तीसरे दिन भी आम नागरिकों ने उत्साह पूर्वक जल स्रोतों की सफाई की। उल्लेखनीय है कि 5 जून को राजधानी में आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान के शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आम नागरिकों से इस अभियान में सहभागी बनने का आह्वान किया था। अभियान को सफल बनाने के लिए सभी स्थानीय निकाय अपने-अपने स्तर पर गतिविधियां संचालित कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इस विशेष अभियान में निकाय स्तर पर जन-सम्मेलन बुलाया गया जिसमें प्रमुख रूप से संबंधित निकाय के जन प्रतिनिधि, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, उपयंत्री, निकाय के कर्मचारी तथा स्थानीय नागरिक एवं सफाई मित्र उपस्थित रहे। जन समूह ने सुरक्षित कल के लिए जल संरक्षण-संवर्धन का संकल्प लिया। वहीं जलस्रोत के संरक्षण, व उन्नयन कार्यक्रम की प्रदेश स्तर से मॉनिटरिंग प्रतिदिन की जा रही है।
जल-गंगा संवर्धन अभियान में 5 जून से अब तक लगभग 36 हजार नागरिकों के जन सहयोग से नदियों-तालाबों के घाट, कुओं, बावडियों की साफ-सफाई एवं बावडियों के पानी का सैंपल लेकर लेबोरेटरी में परीक्षण किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर निकायों की जल संरचनाओं के किनारे लगभग 11 हजार पेड़ लगाये गये। जल संरचनाओं में 33 लाख घन मीटर का क्षमतावर्धन किया गया।
lजल संरचनाओं से 48 हजार (घन मीटर) निकाली गई गाद (डीसिल्टिंग)।
स्थानीय महिलाओं ने वट सावित्री के अवसर पर वटवृक्ष की पूजा कर वृक्षों को कटने से बचाने एवं प्रति व्यक्ति 1 पेड़ प्रति वर्ष लगाने का संकल्प भी लिया। जल-गंगा संवर्धन अभियान में स्थानीय निकाय स्तर पर जल-संरक्षण विषय पर निबंध प्रतियोगिता एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा। अभियान के दौरान नगरीय क्षेत्र में निवासरत नागरिक रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के उपयोग के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा।