दिमागी बीमारी से डिप्रैशन में आये होटल मैनेजर ने घर में फांसी लगाकर की खुदकुशी

भोपाल। शहर के स्टेशन बजरिया इलाके में रहने वाले एक अधेड़ ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक एक होटल में मैनेजर की नौकरी करते थे, वही…

दिमागी बीमारी से डिप्रैशन में आये होटल मैनेजर ने घर में फांसी लगाकर की खुदकुशी

भोपाल। शहर के स्टेशन बजरिया इलाके में रहने वाले एक अधेड़ ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक एक होटल में मैनेजर की नौकरी करते थे, वही उनकी पत्नि भी प्रायवेट नौकरी करती है। घटना के समय वह घर पर अकेले थे। शाम को जब उनकी पत्नि काम के बाद घर पहुंची तब हादसे का खुलासा हुआ। शुरुआती जॉच में सामने आया है कि मृतक को दिमागी बीमारी थी, जिसे लेकर वह तनाव में रह रहे थे। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मूल रूप से नेपाल के रहने वाले एमबी थापा (52) बीते करीब 30 साल से भोपाल के भोपाल स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म के करीब स्थित चांदबढ़ में परिवार सहित रह रहे थे। सेंट्रल लाइब्रेरी के सामने स्थित होटल सेंट्रल पार्क में मैनेजर नौकरी कर रहे थापा के परिवार में पत्नि सहित तीन बेटियां हैं, उन्होनें एक की नेपाल और दो बेटियो की शादी भी भोपाल से बाहर कर दी है। उनके साथ रहने वाली उनकी पत्नी निजी नौकरी करती हैं। बताया गया है कि रोज की तरह बीती सुबह भी वह अपने काम पर गये और दोपहर के समय होटल से निकलकर अपने घर पहुंचे थे। उस समय उनकी पत्नि नौकरी पर गई हुई थी। घर में अकेले रहे एमबी थापा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया गया है कि शाम के समय थापा ने उन्होंने होटल के ग्रुप में गुड बाय फॉर एवर के तीन मैसैज दस मिनट के भीतर किए थे। मैसेज देख अनहोनी की आश्का के चलते होटल के साथी कर्मचारी उनसे मिलने उनके घर जा पहुंचे। लेकिन काफी आवाजें देने पर थापा ने न तो भीतर से कोई जवाब दिया और न ही घर का दरवाजा खोला। इसके बाद उनकी पत्नि को सूचना दी गई। पत्नि के घर पहुंचने पर लोगो ने गेट तोड़ा तब थापा का शव फांसी के फंदे पर लटका नजर आया। शव को उतारने के साथ ही घटना की सूचना पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला कायम कर शव को पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया। बजरिया थाना पुलिस का कहना है कि फिलहाल घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट या अन्य ऐसा सुराग नहीं मिला है,जिससे खुदकुशी के कारणो का खुलासा हो सके। हालांकि शुरुआती जॉच में सामने आया है की मृतक थापा ब्रेन संबंधी बीमारी से पीड़ीत थे, काफी समय से जारी इलाज के बाद भी उन्हें फायदा नहीं हो रहा था, इसके कारण वह काफी डिप्रेशन में रह रहे थे। आशंका है, कि इसी कारण उन्होंने यह आत्मघाती उठाया होगा। फिलहाल पुलिस आगे की जांच कर रही है।