फिल्मी अंदाज में हत्या और गुप्त ऑपरेशन, रईसी की मौत पर मोसाद के क्यों चर्चे…
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत को लेकर साजिश भरे सिद्धांतों की इंटरनेट पर भरमार है। लोग इसे लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं जिससे आशंकाओं को बल…
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत को लेकर साजिश भरे सिद्धांतों की इंटरनेट पर भरमार है।
लोग इसे लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं जिससे आशंकाओं को बल मिल रहा है। रईसी और ईरानी विदेश मंत्री को लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर रविवार को घने कोहरे के बीच पहाड़ी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
मालूम हो कि रईसी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के शिष्य थे।
वह ईरान-इराक युद्ध के अंत में 1988 में हजारों राजनीतिक कैदियों को सामूहिक फांसी दिए जाने में शामिल रहे। राष्ट्रपति रईसी के नेतृत्व में ईरान ने हथियार बनाने के आवश्यक स्तर तक यूरेनियम संवर्धन किया। साथ ही, इसने इजरायल पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए।
2023 में इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू हुआ। ईरान समर्थित मिलिशिया ने इजरायल को निशाना बनाया। तेहरान ने अप्रैल में इजरायल पर असाधारण हमला किया जिसमें सैकड़ों ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइल दागी गईं।
हालांकि, इजरायल, अमेरिका और उसके सहयोगियों ने इनमें से अधिकतर मिसाइलों को मार गिराया था। इन सबको लेकर इजरायल काफी भड़का हुआ था।
ध्यान रहे कि ईरान ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में किसी भी तरह की गड़बड़ी का संकेत नहीं दिया है। इसके बावजूद, कुछ लोग इसके पीछे इजरायल का हाथ होने का आरोप लगा रहे हैं।
ऐसी थ्योरी को हवा देने का काम इजरायली जासूसी एजेंसी मोसाद करती है जिसके पास ईरान के अंदर हमला करने की असाधारण क्षमता है।
ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या
ईरान के भीतर अहम ठिकानों के साथ ही मशहूर हस्तियों पर कई बार हमले हो चुके हैं जिसके पीछे इजरायल का हाथ बताया जाता है। ऐसे ही, 2020 में एक ऑपरेशन के तहत ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या कर दी गई थी। तेहरान ने इसे एक तरह का जटिल ऑपरेशन बताया था।
ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव रियर-एडमिरल अली शामखानी ने बताया, ‘ऑपरेशन में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया गया और घटनास्थल पर कोई भी मौजूद नहीं था।’ पिछले साल इजरायल ने ईरान के भीतर एक और नाटकीय ऑपरेशन को अंजाम देने का दावा किया था।
कई लोगों को इजरायल के इस दावे से हैरानी हुई कि उसने ईरानी धरती पर इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के एक सदस्य से पूछताछ की थी।
इस तरह, इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद में कई सफल ऑपरेशन्स को अंजाम दे चुकी है। यही वजह है कि रईसी की मौत को लेकर लोग मोसाद की ओर उंगुली उठा रहे हैं।