लाल सागर किनारे कट्टर इस्लामिक देश में सुंदरियों का कैट वॉक, फिर सऊदी प्रिंस सलमान की तारीफ क्यों?…

कट्टर इस्लामिक देश सऊदी अरब लगातार अपनी अति-रूढ़िवादी छवि को सुधार रहा है। महिलाओं को बिना पुरुष गार्जियन के कार चलाने की अनुमति से लेकर कामकाज में उनकी भागीदारी बढ़ाने…

लाल सागर किनारे कट्टर इस्लामिक देश में सुंदरियों का कैट वॉक, फिर सऊदी प्रिंस सलमान की तारीफ क्यों?…

कट्टर इस्लामिक देश सऊदी अरब लगातार अपनी अति-रूढ़िवादी छवि को सुधार रहा है।

महिलाओं को बिना पुरुष गार्जियन के कार चलाने की अनुमति से लेकर कामकाज में उनकी भागीदारी बढ़ाने तक… सऊदी अरब लगातार महिलाओं के सुधार को लेकर कई कदम उठा रहा है।

एक बार फिर सऊदी अरब की सरकार द्वारा उठाए एक और कदम के लिए प्रिंस सलमान की तारीफ हो रही है।

जी हां, लाल सागर के किनारे सऊदी अरब में सुंदरियां रैंप पर वॉक करतीं नजर आईं। सऊदी अरब की डिजाइनर टीमा आबिद ने गुरुवार को पहले ‘रेड सी फैशन वीक’ की शुरुआत की।

कट्टर इस्लामिक देश में रैंप पर उतरीं हसीनाएं
अरब न्यूज के मुताबिक, रैंप पर मॉडल ने समुद्र के चमकीले रंगों और ज्वार से प्रेरित परिधानों में रैंप वॉक किया। इस दौरान फैशन वीक में कई जाने-माने मेहमान शामिल थे।

जिनमें टीवी प्रजेंटर लोजैन ओमरान और अभिनेत्री मिला अल-जहरानी भी नजर आईं। आबिद का नया कलेक्शन जूरी को काफी पसंद आया। अरब न्यूज के मुताबिक, इस फैशन वीक को सेंट रेगिस रेसॉर्ट में आयोजित किया गया था। 

फैशन को बढ़ावा दे रहा सऊदी अरब
बदलते जमाने के साथ सऊदी अरब अपने देश में डिजाइनरों को बढ़ावा दे रहा है। हाल ही में आयोजिक किए गए रेड सी फैशन वीक में टीमा आबिद के अलावा 7 डिजाइनर हिस्सा ले रहे हैं।

अनुभवी टीमा आबिद ने इस फैशन वीक की शुरुआत की। उन्हें फैशन इंडस्ट्री में 16 साल से ज्यादा वक्त आ अनुभव है।

सऊदी में बदल रहे हैं हालात
उल्लेखनीय है कि सऊदी नेता क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अपने समाज में महिलाओं के लिए सुधारों पर लगातार जोर रहे हैं और अपने देश की कठोर छवि को लगातार बदलने की कोशिश कर रहे हैं।

2017 में उनके सत्ता में आने के बाद से महिलाओं को बिना पुरुष गार्जियन के गाड़ी चलाने और विदेश यात्रा करने की अनुमति दी गई थी। साल 2016 में कामकाजी महिलाओं के 17 प्रतिशत की तुलना में अब यह आंकड़ा 37 प्रतिशत हो गया है।