बिलावल हो सकते हैं पाकिस्तान PM, इमरान खान को रोकने के लिए नवाज शरीफ के पास क्या रास्ता बचा…
पाकिस्तान में लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना समाप्त हो चुकी है। फिलहाल सबसे ज्यादा सीटों पर जीत इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने हासिल की है। दुर्भाग्य से बहुमत किसी के…
पाकिस्तान में लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना समाप्त हो चुकी है। फिलहाल सबसे ज्यादा सीटों पर जीत इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने हासिल की है।
दुर्भाग्य से बहुमत किसी के पास भी नहीं है। एक तरफ जेल मे बंद इमरान खान अपनी जीत और जल्द सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं।
दूसरी तरफ नवाज शरीफ जोड़-तोड़ का हथकंडा अपनाते हुए गठबंधन की सरकार की तरफ कदम बढ़ा चुके हैं। इस बीच ऐसी रिपोर्ट सामने आई है कि नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी के बीच सेटिंग हो गई है।
सरकार बनाने के लिए एक नहीं चार विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, जिसमें बिलावल भुट्टो को पाकिस्तान का पीएम और नवाज शरीफ को राष्ट्रपति बनाया जा सकता है। उधर, शहबाज शरीफ को पंजाब प्रांत की कमान सौंपी जा सकती है।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इमरान के सहयोगी 93 सीट पर जीत के साथ सबसे आगे हैं।
जबकि, सेना के बलबूते नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज 74 सीट पर ही जीत दर्ज कर पाई है। बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी पीपीपी 54 सीटों पर जीत के साथ तीसरे नंबर है।
बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट है कि इमरान खान के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार किसी भी कीमत पर टूटने को तैयार नहीं हैं। सेना के लाख मनाने और दबाव बनाने के बावजूद इमरान खान के प्रति उनकी वफादारी कम नहीं हो रही है।
ऐसे में इमरान खान को रोकने के लिए नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो जरदारी गठबंधन सरकार की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि दोनों में से किसी ने भी इस बात की पुष्टि नहीं की है कि वे किस फॉर्मूले पर तैयार हैं लेकिन, सूत्रों का कहना है कि नवाज और जरदारी के बीच 4 विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन नेता नवाज शरीफ ने चुनाव में जीत की घोषणा की और अपने छोटे भाई शहबाज शाहरिफ को सरकार बनाने के लिए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान, जमीयत उलेमा इस्लाम और अन्य दलों के साथ बातचीत करने का काम सौंपा।
नवाज और आसिफ में क्या फॉर्मूला
बीबीसी उर्दू के मुताबिक, लाहौर में राजनीतिक विशेषज्ञ और पत्रकार अजमल जामी का मानना है कि नई सरकार के गठन में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी अहम भूमिका निभाएंगे। गेंद अब आसिफ अली जरदारी के पाले में है। सवाल यह है कि क्या वह अपने बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी के लिए प्रधानमंत्री पद मांगेंगे? मुझे बताया गया है कि ऐसा हो सकता है।’
बिलावल हो सकते हैं पीएम
अजमल जामी के मुताबिक, फिलहाल सरकार गठन के कई फॉर्मूले चल रहे हैं, जिनमें से एक यह है कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन को ढाई-ढाई साल तक शासन करना चाहिए।
उनका कहना है कि यह फॉर्मूला भी घूम रहा है कि बिलावल भुट्टो जरदारी को प्रधानमंत्री बनाया जाए और शहबाज शरीफ या मरियम नवाज को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि ‘ऐसा हो सकता है कि शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री हो सकते हैं और आसिफ जदारी राष्ट्रपति हो सकते हैं।’
‘या ये भी हो सकता है कि नवाज़ शरीफ राष्ट्रपति हों और प्रधानमंत्री पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी से हों।’ उनका मानना है कि शाहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने की संभावना अधिक है।