युद्ध भड़काएगा और फिर घुटने टेकेगा चीन? 2024 के लिए नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां…
2023 विदा हो चुका है और दुनियाभर में जश्न के साथ 2024 का आगमन हो चुका है। एक ओर जहां कुछ देश के लिए बीता साल युद्ध के नाम रहा,…
2023 विदा हो चुका है और दुनियाभर में जश्न के साथ 2024 का आगमन हो चुका है।
एक ओर जहां कुछ देश के लिए बीता साल युद्ध के नाम रहा, तो कुछ देश नई उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए नजर आए। अब 2024 को लेकर पूर्वानुमानों का दौर शुरू हो गया है।
मन में जानने की उत्सुकता है कि आखिर नया साल में क्या नया इंतजार कर रहा है। जानते हैं फ्रांस के 16वीं सदी के ज्योतिषी नास्त्रेदमस 2024 के लिए क्या कहकर गए हैं।
बदलेंगे राजा और पोप?
नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की थी कि साल 2024 में नए पोप दुनिया को मिलेंगे। साथ ही यह भी कहा गया कि पोप फ्रांसिस दुनिया से विदा ले सकते हैं।
उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि किंग चार्ल्स की जगह कोई ऐसा शख्स लेगा, जिसके पास राजा होने का कोई निशान नहीं होगा। अब इसके साथ ही अटकलों का दौर शुरू हो गया था कि गद्दी प्रिंस हैरी संभाल सकते हैं।
हालांकि, नए राजा प्रिंस हैरी होंगे या कोई और, फिलहाल इसे लेकर संकेत नहीं हैं। खास बात है कि नास्त्रेदमस ने महारानी एलिजाबेथ के निधन की सटीक भविष्यवाणी की थी।
घुटने टेकेगा चीन?
नास्त्रेदमस ने समुद्र में युद्ध की भविष्यवाणी भी की थी। उनके मुताबिक, हिंद महासागर में चीन जमकर तबाही मचाएगा, जिसके चलते युद्ध शुरू होगा।
हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में सुरक्षा जानकारों के हवाले से कहा जा रहा है कि चीन को हार का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा उन्होंने 2024 में पृथ्वी पर सूखा बढ़ने और बाढ़ की आशंका भी जताई थी।
न्यूजीलैंड-ऑस्ट्रेलिया में सबसे पहले मना नए साल का जश्न
साल 2023 को विदा कर न्यूजीलैंड-ऑस्टेलिया में सबसे पहले नए साल का आगाज हुआ। यहां लोगों ने नए साल का स्वागत भारी आतिशबाजी और खुशी के साथ किया।
न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में सबसे पहले नए साल का जश्न मनाया गया। नए साल का स्वागत करने के लिए लोग सड़कों पर उतरे और जमकर आतिशबाजी भी की।
लोग रेस्टोरेंट्स, पबों, डिस्को, सार्वजनिक स्थानों पार्टियां कर जश्न मनाते नजर आए। यहां घड़ी में सबसे पहले बारह बजते हैं। इसके दो घंटे बाद ऑस्ट्रेलिया में नए साल का जश्न शुरू हुआ।
ऑस्ट्रेलिया के टोंगा आइलैंड में भी सबसे पहले नए साल का जश्न मनाया गया। टोंगा आइलैंड और भारत के समय में करीब साढ़े सात घंटे का अंतर है।