लाखों की सैलरी और ऐश ही ऐश, भारतीयों को फंसाकर रूस भेजते थे एजेंट; CBI ने खोली पोल…
बीते दिनों कुछ भारतीयों को रूसी सेना में शामिल होने के लिए मजबूर और गुमराह किया गया है। इतना ही नहीं लाखों की सैलरी और शानदार लाइफ स्टाइल का झांसा…
बीते दिनों कुछ भारतीयों को रूसी सेना में शामिल होने के लिए मजबूर और गुमराह किया गया है।
इतना ही नहीं लाखों की सैलरी और शानदार लाइफ स्टाइल का झांसा देकर उन्हें यूक्रेन युद्ध में एक सैनिक के रूप में भी भेजा गया था।
देश के युवाओं को कैसे प्रलोभन देकर युद्ध के मैदान में भेजा गया, इसकी जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। जांच से पता चला है कि कुछ एजेंटों और कंपनियों ने घृणित तरीकों का इस्तेमाल करके भारतीय युवाओं को रूस भेजा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़ितों की बेरोजगारी का बेईमानों के एक ग्रुप ने फायदा उठाया। उन्होंने भारतीयों को रूस में एक आकर्षक नौकरी का झांसा दिया।
उनमें से एक को डिलीवरी बॉय की नौकरी देने का वादा किया गया था। कुछ को रूसी सेना में सहायक के रूप में काम देने के लिए कहा गया।
यह भी कहा गया कि उन्हें कभी भी सामने से लड़ने के लिए नहीं कहा जाएगा। यहां तक कि उन्हें उस देश में स्थायी निवास परमिट मिलने की भी गारंटी दी गई थी।
सीबीआई ने शुरू कर दी जांच
अब इस मामले की जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली है। केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि देश भर में कम से कम 13 स्थानों की तलाशी लेने के बाद, उन्हें यकीन है कि अब तक कम से कम 35 लोगों की इस तरह से विदेश में तस्करी की गई है।
मानव तस्करी के मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी कर रही है। उनके द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में कई कंपनियों और एजेंटों का जिक्र किया गया है।
सीबीआई ने एफआईआर में 17 एजेंटों और कई संगठनों को नामित किया है। एनडीटीवी के अनुसार, इस धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड का नाम फैजान खान है।
दुबई के रहने वाले फैजान को लोग ‘बाबा’ के नाम से जानते हैं। उसका ‘बाबा व्लॉग’ नाम से एक यूट्यूब चैनल भी है। अपने एक वीडियो में वह रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में नजर आया था। वहां वह सभी को उस शहर में जाने और रहने के लिए प्रोत्साहित करते हुए भी सुनाई दे रहा है। फैजान ने यह भी बताया कि सेंट पीटर्सबर्ग शहर युद्ध के मैदान से कितनी दूर है।
फैजान ने यह भी बताया कि उस शहर में किस तरह का काम मिल सकता है। उसने इस वीडियो में लोगों को लाखों रुपए कमाने का प्रलोभन दिया।
लोगों को किया जा रहा था गुमराह
उस वीडियो में फैजान कहते सुनाई दे रहे हैं, “रूसी सेना का काम किसी भी तरह से जोखिम भरा नहीं है। युद्ध के मैदान में कभी जाना ही नहीं है।
इस काम के लिए पहले तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। उस वक्त हर महीने 40 हजार रुपये कमाने का मौका मिलता है। बाद में यह बढ़कर एक लाख रुपये तक हो जाएगी। इस काम से जुड़ने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि सभी को सरकारी कार्ड मिलेगा। जिससे आपको उस देश में रहने में सुविधा होगी वह कार्ड आपको और भी कई लाभ देगा।”
बुधवार को यूक्रेन युद्ध में मोहम्मद असफान नाम के 30 साल के हैदराबादी युवक की मौत की खबर सामने आई।
उनके परिवार के अनुसार, मोहम्मद असफान और उनके दो दोस्तों ने रूस में काम करने के लिए फैजान से संपर्क किया था। फैजान ने उनसे रूसी सेना में आकर्षक नौकरी का वादा किया। उसके बाद असफान को रूस लाया गया।