पाई-पाई का मोहताज न हो जाए चीन का गुलाम, भारत को नाराज करते ही मालदीव की लग गई ‘लंका’…
भारत और मालदीव के बीच पिछले साल तब तनाव शुरू हुआ, जब मोहम्मद मुइज्जू राष्ट्रपति बने। भारत के खिलाफ चुनावी अभियान चलाकर मुइज्जू सत्ता में आए और फिर चीन के…
भारत और मालदीव के बीच पिछले साल तब तनाव शुरू हुआ, जब मोहम्मद मुइज्जू राष्ट्रपति बने। भारत के खिलाफ चुनावी अभियान चलाकर मुइज्जू सत्ता में आए और फिर चीन के ‘गुलाम’ बन गए।
इस साल की शुरुआत में पीएम मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स द्वारा मालदीव के बजाए भारत के डेस्टिनेशन को ज्यादा तरजीह दिए जाने के पोस्ट किए जाने लगे।
अब इसका असर होता हुआ भी दिखाई दे रहा है। मालदीव पहुंचने वाले विदेशी पर्यटकों की लिस्ट में भारत के लोगों की संख्या लगातार कम होती जा रही है।
इसकी वजह से मालदीव टूरिज्म की टॉप 10 मार्केट्स वाली लिस्ट में भारत और नीचे गिरकर छठे पायदान पर पहुंच गया है। यानी कि भारत से मालदीव पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या और कम हो गई है।
भारतीय मालदीव जाकर काफी खर्च करते हैं, जिसकी वजह से उनकी अर्थव्यवस्था को भी फायदा होता है। अब जब पर्यटकों की संख्या घट रही है तो कहीं मालदीव भविष्य में पाई-पाई के लिए तरस न जाए।
मालदीव के ‘अधाधू’ ने पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के हवाले से बताया है कि मालदीव में जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में 33 फीसदी की गिरावट आ गई है।
पिछले साल चार मार्च तक 41054 भारतीय पर्यटकों ने मालदीव का दौरा किया था, लेकिन इस साल 2 मार्च तक यह संख्या घटकर 27,224 रह गई है। बीते तीन सालों में यानी कि 2021, 2022 और 2023 में हर साल दो लाख से ज्यादा पर्यटक मालदीव की यात्रा करते रहे हैं, लेकिन अब इसमें लगातार कमी आ रही है।
टूरिज्म रैंकिंग पर छठे नंबर पर भारत
मालदीव के टूरिज्म मिनिस्ट्री द्वारा चार मार्च को एक लिस्ट जारी की गई। इसमें भारत का नंबर छठा है। मोहम्मद मुइज्जू के मालदीव का राष्ट्रपति बनने के बाद से ही भारत का नंबर इस रैंकिंग लिस्ट में नीचे जा रहा है।
पिछले साल दिसंबर के आखिरी तक भारत की इस लिस्ट में काफी ऊपर था। 31 दिसंबर तक भारत का शेयर 11 फीसदी था। इसके बाद दो जनवरी के आसपास भारत की रैंकिंग 10वें पर आ गई थी। वहीं, फिर यह गिरते हुए 21 जनवरी को पांचवें पर पहुंच गई और फिर अब यह और गिरकर छठे पर पहुंच गई है।
10वें से पहले स्थान पर पहुंचा चीन
इस बीच, मालदीव को चीन की दोस्ती ने फायदा पहुंचाया है। चीन सीधे 10वें पायदान से पहले पायदान पर पहुंच गया है। अब मालदीव में पहुंचने वाले कुल पर्यटकों में चीन के 12 फीसदी टूरिस्ट हैं। इसके बाद रूस दूसरे पायदान पर, इटली तीसरे नंबर पर, ब्रिटेन चौथे और जर्मनी पांचवीं रैंक पर है।
भारत से तनाव के बीच मालदीव चीन के करीब आ गया है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भी पिछले दिनों चीन की यात्रा की थी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करते हुए पर्यटन समेत 20 अहम समझौते किए थे।
माना जा रहा है कि इसी वजह से मालदीव में चीनी टूरिस्ट्स की संख्या में काफी इजाफा हुआ है।