ट्रंप के चुनावी कैंपेन में अहम भूमिका निभाने वाली 27 वर्षीय महिला बनीं व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव
डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद कई बड़े पदों पर अपने कैबिनेट के साथियों का चुनाव कर लिया है। यहां तक की दिग्गज उद्योगपति एलन मस्क को भी…
डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद कई बड़े पदों पर अपने कैबिनेट के साथियों का चुनाव कर लिया है। यहां तक की दिग्गज उद्योगपति एलन मस्क को भी ट्रंप ने खास जिम्मेदारी दी है। इस बीच चुनावी कैंपेन में अहम भूमिका निभाने वालीं एक 27 वर्षीय महिला को ट्रंप ने व्हाइट हाउस प्रेस सचिव के लिए चुना है।
कैरोलिन लेविट बनीं व्हाइट हाउस प्रेस सचिव
दरअसल, ट्रंप ने अपने अभियान की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट को प्रेस सचिव चुना है। ट्रंप ने एक बयान में कहा कि लेविट स्मार्ट, सख्त और एक बेहद प्रभावी संचारक साबित हुई हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि वह मंच पर बेहतरीन प्रदर्शन करेंगी और अमेरिकी लोगों तक हमारा संदेश पहुंचाने में मदद करेंगी।
सबसे कम उम्र को प्रेस सचिव, ट्रंप ने की खूब तारीफ
जानकारों की मानें तो लेविट इस महत्वपूर्ण पद को संभालने वाली सबसे कम उम्र की हैं, जो व्हाइट हाउस का चेहरा बनने और मीडिया के सवालों का जवाब देने का काम करेंगी। लेविट ट्रंप के चुनावी अभियान के दौरान राष्ट्रीय प्रेस सचिव के रूप में काम कर रही थीं और उन्होंने चुनाव से पहले जुलाई में अपने पहले बच्चे को जन्म दिया।
चुनाव भी लड़ चुकीं लेविट
ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान उनके सहायक प्रेस सचिव के रूप में काम करने के बाद उन्होंने 2022 में अपने गृह राज्य न्यू हैम्पशायर से प्रतिनिधि सभा के लिए चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गईं थी।
उन्होंने कांग्रेस की सदस्य एलिस स्टेफनिक के लिए संचार निदेशक के रूप में भी काम किया है, जिन्हें ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र राजदूत के रूप में नामित किया है।
केनेडी जूनियर को मंत्री चुना
शुक्रवार को ट्रंप ने राबर्ट एफ केनेडी जूनियर को स्वास्थ्य और मानव सुविधाओं से जुड़े विभाग का मंत्री नियुक्त किया। केनेडी अमेरिका के प्रख्यात राजनीतिक परिवार के सदस्य हैं। उनके पिता रॉबर्ट एफ केनेडी अमेरिका के अटार्नी जनरल रह चुके हैं जबकि पूर्व राष्ट्रपति जान एफ केनेडी रॉबर्ट जूनियर के चाचा थे।
वहीं, ट्रंप ने उत्तरी डकोटा के गवर्नर डग बर्गम को अमेरिका का गृह मंत्री बनाया है। 70 वर्षीय राबर्ट जूनियर पेशे से अधिवक्ता हैं और उनकी पहचान पर्यावरणविद के रूप में है। उन्होंने वैक्सीन को लेकर हो रहे दुष्प्रचार को गलत साबित किया जिससे बड़ी संख्या में लोगों ने उसका इस्तेमाल कर स्वास्थ्य लाभ लिया।