ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले प्रतिनिधि देशों के प्रमुखों ने खिंचवाई ग्रुप फोटो, मंच पर साथ दिखे मोदी-जिनपिंग-पुतिन
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन(रूस): रूस के कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को रूस…
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन(रूस): रूस के कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को रूस के कज़ान गणराज्य पहुंचे। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की शुरुआत से पहले सभी सदस्य देशों के नेताओं ने ग्रुप फोटो सेशन में हिस्सा लिया। ग्रुप फोटो में पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक तरफ खड़े थे और दूसरी तरफ चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग खड़े थे। फोटो क्लिक करवाने के बाद पीएम मोदी यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से बात करते नजर आए। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अपने संबोधन में ब्रिक्स के विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बैठक में समूह अपने विस्तार पर चर्चा करेगा, साथ ही दक्षता बनाए रखने की जरूरत को भी ध्यान में रखेगा। पुतिन ने कहा कि उनकी इच्छा है कि 30 से ज्यादा देश इस समूह का हिस्सा बनें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने दोनों नेताओं की मुलाकात की पुष्टि की है। दोनों नेताओं के बीच करीब पांच साल बाद द्विपक्षीय वार्ता होगी। इससे पहले मंगलवार को राष्ट्रपति पुतिन ने ब्रिक्स प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों के लिए एक संगीत कार्यक्रम और रात्रिभोज का आयोजन किया था। इस दौरान पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक साथ नजर आए। करीब एक साल बाद यह पहला मौका होगा जब पीएम मोदी और जिनपिंग एक साथ किसी मंच पर होंगे। इससे पहले दोनों नेताओं की मुलाकात अगस्त 2023 में दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी।
ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अमेरिका शामिल हैं। हाल ही में मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ब्रिक्स के सदस्य बने हैं। बढ़ी हुई सदस्यता के साथ ब्रिक्स दुनिया की 45% आबादी और 28% अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन बन गया है।