प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे मां महामाया एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन

सरगुजा छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सरगुजा अब हवाई सेवा से जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मां महामाया एयरपोर्ट अम्बिकापुर का वर्चुअल रुप से लोकार्पण करने जा…

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे मां महामाया एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन

सरगुजा

छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सरगुजा अब हवाई सेवा से जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मां महामाया एयरपोर्ट अम्बिकापुर का वर्चुअल रुप से लोकार्पण करने जा रहे है। लोकार्पण समारोह का कार्यक्रम शुरू हो चुका है, जिसमें शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्यपाल रमेन डेका एयरपोर्ट पहुंच चुके है। जहां उनका जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा पुष्प भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया।

बता दें कि राज्यपाल डेका का यह प्रथम जिला आगमन है। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री अरूण साव, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री एवं प्रभारी मंत्री सरगुजा ओ.पी. चौधरी भी अंबिकापुर पहुंचे। इसके अलावा आदिम जाति कल्याण एवं कृषि मंत्री रामविचार नेताम, स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाडे़, संसदीय क्षेत्र सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज, अम्बिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, संयुक्त सचिव संजीव झा, सरगुजा संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर विलास भोसकर, पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल उपस्थित रहे।

80 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ मां महामाया एयरपोर्ट
मां महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर में लगभग 80 करोड़ की लागत से कार्य किए गए हैं। दरिमा हवाई पट्टी का निर्माण वर्ष 1950 में हुआ था, इसे प्रारंभिक दौर में डब्ल्यूबीएम सतह से निर्मित किया गया था, जिसकी लंबाई 1200 मीटर थी। यह हवाई पट्टी अम्बिकापुर शहर से 13 किमी की दूरी पर दरिमा ग्राम में निर्मित है। इसका सम्पूर्ण क्षेत्रफल 365 एकड़ है और यह हवाई पटटी समुद्र तल से 1924 फीट ऊंचाई में स्थित है।

हवाई अड्डे के विकास के लिए 46.27 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति लोक निर्माण विभाग को जारी की गई, जिसके तहत लोक निर्माण विभाग के ने दिसंबर 2021 से उन्नयन कार्य तीन सीव्हीएफआर के अनुरूप शुरू किया। लोक निर्माण विभाग की ओर से अप्रैल 2023 को कार्य को पूर्ण कराकर लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया, जिसके तहत डीजीसीए ने मई 2023 को निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद पूर्ण औपचारिकताओं को पूर्ण करते हुए डीजीसीए ने 15 मार्च 2024 को एरोड्रम लाईसेंस जारी किया। रनवे को लम्बाई 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर किया गया।

रनवे की लम्बाई 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर किया गया। रनवे के मजबूतीकरण के लिए पीसीएन को बढ़ाकर 25 किया गया जिसे एटीआर 72 के अनुरूप किया गया। नये एपरोन को 110×127 मीटर का बनाया गया, जो कि एक साथ दो एटीआर 72 हवाई जहाज को खड़ा करने के लिए उपयुक्त है। इसके साथ आईसोलेशन वे, दोनों तरफ आरईएसए एवं 25×150 मीटर के दो टैक्सी-वे का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही पैरीमीटर रोड एवं अन्य एप्रोच रोड का डामरीकरण कार्य कराया गया। पूर्ण क्षेत्रफल लगभग 8 कि.मी. की लम्बाई में बाउण्ड्रीवाल की ऊंचाई 1.5 मीटर से बढ़ाकर 3.2 मीटर की गई। सारे आंतरिक मार्गों का डामरीकरण एवं रोड फर्नीचरिंग एवं मार्किंग का कार्य कराया गया। टर्मिनल भवन का उन्नयनीकरण 20 यात्रियों से बढ़कर 72 यात्रियों के अनुरूप किया गया। एटीसी ऑफिस, एमईटी ऑफिस, एसीसीआर रूम, फायर स्टोर, इलेक्ट्रीकल पैनल रूम अन्य अधोसंरचना के कार्य कराये गये हैं।