शिवनाथ नदी के किनारे हो रहे अवैध कब्जे और निर्माण…
दुर्ग। जिले में हज़ारो किसानो और दुर्ग भिलाई के लोगों की प्यास बुझाने वाली जीवन दायिनी शिवनाथ नदी का अस्तित्व अब खतरे में नज़र आ रहा है जिसके किनारे को…
दुर्ग। जिले में हज़ारो किसानो और दुर्ग भिलाई के लोगों की प्यास बुझाने वाली जीवन दायिनी शिवनाथ नदी का अस्तित्व अब खतरे में नज़र आ रहा है जिसके किनारे को पाटकर फार्म हाउस और रिसोर्ट मालिक चंद रुपयों की लालच में शिवनाथ नदी का अस्तित्व को खतरे में डाल रहे है बता दे कि नदी के दोनों ओर अवैध रुप से बड़े-बड़े रिजॉर्ट फार्महाउस के पक्के निर्माण नदी के तल तक किए जा रहे हैं जिला प्रशासन की उदासीनता की वजह से उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है जिसकी वजह से बड़े-बड़े धन कुबेर अपने पैसों को इस तरह के रिजॉर्ट फार्महाउस पर लगाकर इन्हें खूबसूरती दिलाने के लिए नदी में स्विमिंग पूल और नौका विहार के लिए करने लगे हैं ताकि लोग उनके रिसॉर्ट और फार्म हाउस को अधिक दामों में शादी ब्याह एवं अन्य आयोजनों के लिए बुक कर सकें आपको बताते चले की नेशनल पर्यावरण के नियमानुसार नदी के दोनों ओर कुछ मीटर क्षेत्र तक पक्का निर्माण की अनुमति शासन प्रशासन नहीं देती है बावजूद इसके नदियों पर अवैध कब्जा करने वालों के हौसले बुलंद है जब इसकी जानकारी मीडिया टीम के द्वारा एडीएम दुर्ग अरविंद एकता को दिया गया तो उनके द्वारा कहा गया कि इस मामले की हम जांच कराएंगे परंतु सवाल यहां उठता है कि यह निर्माण हुआ तो हुआ कैसे क्योंकि नदी के एक और दुर्ग ग्रामीण विधानसभा आता है एक तरफ दुर्ग शहर विधानसभा और आहिवारा विधानसभा आता है अधिकारियों के नजर में यह अवैध निर्माण कैसे नहीं आए यहां पर प्रश्न उठना लाजिमी है।