Rhea Chakraborty का चौंकाने वाला खुलासा: जेल में बंद रहने के दौरान दोस्तों के साथ शराब पार्टी करते थे मेरे माता-पिता

रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) 2020 में सुशांत सिंह राजपूत मौत और ड्रग्स केस मामले में बहुत चर्चा में रही थीं। ड्रग्स केस में शामिल होने के आरोप में अभिनेत्री को…

Rhea Chakraborty का चौंकाने वाला खुलासा: जेल में बंद रहने के दौरान दोस्तों के साथ शराब पार्टी करते थे मेरे माता-पिता

रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) 2020 में सुशांत सिंह राजपूत मौत और ड्रग्स केस मामले में बहुत चर्चा में रही थीं। ड्रग्स केस में शामिल होने के आरोप में अभिनेत्री को 28 दिन जेल में बिताने पड़े थे। रिया के साथ-साथ उनके भाई शोविक चक्रवर्ती को भी जेल की हवा खानी पड़ी थी। 

रिया चक्रवर्ती ने एक हालिया इंटरव्यू में बताया है कि जब उन्हें जेल (सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस में) हुई थी, तब उनके माता-पिता इस बुरे फेज से कैसे सामना कर रहे थे। जब वह जेल से बाहर आई थीं, तब वह अपने घर में माता-पिता और दोस्तों के बढ़े वजन को देख शॉक हो गई थीं। उन्हें लगा था कि उनके जेल जाने से परिवार और दोस्त खाने-पीने पर ध्यान नहीं दे रहे होंगे, लेकिन जब वह वापस आईं तो कुछ और ही देखने को मिला।

दोस्तों ने यूं रखा रिया के माता-पिता का ध्यान

दरअसल, रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक के जेल जाने के बाद उनके दोस्तों ने ही उनके माता-पिता का ध्यान रखा था। ऐसे में रिया के माता-पिता खाना ठीक से खाएं, इसलिए वह माहौल को लाइट बनाने के लिए वाइन वगैरह भी पिया करते थे। ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे को दिए इंटरव्यू में रिया चक्रवर्ती ने कहा, "जब हम जेल में थे तब मेरे कई दोस्त मेरे पिता के साथ दारू पीते थे और उनके साथ ही हर रात खाना खाते थे।" रिया चक्रवर्ती ने आगे कहा, "जब मैं बाहर आई, मैंने कहा 'आपने इतना वजन कैसे बढ़ा लिया?' कमीनों (दोस्तों को), मैं वहां जेल में थीं और तुम लोग यहां खाना खा रहे हो, वजन बढ़ा रहे हो। उन्होंने कहा, 'नहीं यार, हम बस अंकल औ आंटी को खाने-पिलाने की कोशिश कर रहे थे, ताकि उन्हें थोड़ा नॉर्मल महसूस हो और मैंने कहा, 'वॉव'।"

बुरे वक्त में सहारा बने थे दोस्त

रिया चक्रवर्ती ने बताया कि उस बुरे फेज में सबसे बड़े सपोर्टर्स उनके दोस्त थे। वह उनके साथ चट्टान की तरह खड़े थे, खासकर शिबानी दांडेकर (फरहान अख्तर की पत्नी)। रिया ने बताया कि पूरी दुनिया उनके खिलाफ थी, सिवाय शिबानी के। वह हमेशा उनके लिए मौजूद रही हैं।