कब है गणेश चतुर्थी? किस तारीख से शुरू होगा 10 दिनों तक चलने वाला गणेश उत्सव

गणेश चतुर्थी का 10 दिनों का उत्सव भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होता है. गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों में गणपति बप्पा को…

कब है गणेश चतुर्थी? किस तारीख से शुरू होगा 10 दिनों तक चलने वाला गणेश उत्सव

गणेश चतुर्थी का 10 दिनों का उत्सव भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होता है. गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों में गणपति बप्पा को लेकर आते हैं, उनकी विधि विधान से पूजा-अर्चना करते हैं. फिर उसके 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश जी का विसर्जन करते हैं. हालांकि गणेश विसर्जन के भी अलग-अलग नियम हैं, जिसके तहत सभी लोग 10 दिनों तक गणपति बप्पा को नहीं रखते हैं. गणेश चतुर्थी का उत्सव महाराष्ट्र समेत पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी का उत्सव लगातार 10 दिनों तक चलता है. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि गणेश चतुर्थी कब है? गणेश चतुर्थी का मुहूर्त क्या है? गणेश चतुर्थी का महत्व क्या है?

गणेश चतुर्थी 2024 तारीख
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को दोपहर में 3 बजकर 1 मिनट से शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 7 सितंबर को शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा. ऐसे में उदयातिथि की मान्यता के आधार पर गणेश चतुर्थी का शुभारंभ 7 सितंबर शनिवार से होगा. उस दिप गणेश जी की मूर्ति की स्थापना होगी और व्रत रखा जाएगा.

गणेश चतुर्थी 2024 मुहूर्त
7 सिंतबर को गणेश चतुर्थी की पूजा का शुभ मुहूर्त 2 घंटे 31 मिनट तक है. उस दिन आप गणपति बप्पा की पूजा दिन में 11 बजकर 03 मिनट से कर सकते हैं. मुहूर्त का समापन दोपहर में 1 बजकर 34 मिनट पर होगा.

4 शुभ योग में है गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी के दिन 4 शुभ योग बन रहे हैं. गणेश चतुर्थी को सुबह में ब्रह्म योग है, जो रात 11 बजकर 17 मिनट तक है, उसके बाद से इन्द्र योग बनेगा. इन दो योगों के अलावा रवि योग सुबह में 06:02 ए एम से दोपहर 12:34 पी एम तक है. वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर में 12 बजकर 34 मिनट तक है, जो अगले दिन 8 सितंबर को सुबह 06 बजकर 03 मिनट तक है.

गणेश चतुर्थी 2024 भद्रा
गणेश चतुर्थी के दिन भद्रा भी लग रही है. भद्रा सुबह में 06 बजकर 02 मिनट से लग रही है, जो शाम 05 बजकर 37 मिनट पर खत्म होगी. इस भद्रा का वास पाताल में है.