जिस ‘कांतारा’ के लिए ऋषभ शेट्टी ने छोड़ा मांसाहार, प्रसाद खाकर करते रहे शूटिंग. उसी फिल्म के लिए मिला ‘बेस्ट एक्टर’ का नेशनल अवॉर्ड

70वें नेशनल फिल्म अवार्ड में विजेताओं के नाम की घोषणा आज कर दी गई है। इस लिस्ट में शर्मिला टैगोर, नीना गुप्ता, मनोज बाजपेयी के साथ साउथ हीरो ऋषभ शेट्टी…

70वें नेशनल फिल्म अवार्ड में विजेताओं के नाम की घोषणा आज कर दी गई है। इस लिस्ट में शर्मिला टैगोर, नीना गुप्ता, मनोज बाजपेयी के साथ साउथ हीरो ऋषभ शेट्टी का भी नाम शामिल है।

ऋषभ शेट्टी को मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की कैटेगरी में अवार्ड मिला है। वहीं नित्या मेनन (तिरुचित्रम्बलम के लिए) और मानसी पारेख (कच्छ एक्सप्रेस के लिए) को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों में हैं। शर्मिला टैगोर और मनोज बाजपेयी अभिनीत ‘गुलमोहर’ ने सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार जीता।

नेशनल अवार्ड के विजेताओं के नामों की घोषणा के साथ ही कंतारा फिल्म के ऋषभ शेट्टी एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। उन्हें इस बार बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला है। लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं और कहा जा रहा है कि जैसी एक्टिंग उन्होंने कंतारा में की है, वो इसको डिजर्व करते थे।

बता दें कि साल 2022 में कंतारा फिल्म आई थी। इस फिल्म का आधार वनवासी हिन्दू संस्कृति में देव की महत्ता दिखाना था। इसका लेखन, निर्देशन करने के साथ ऋषभ शेट्टी ने खुद इसमें मुख्य भूमिका निभाई थी।

ऋषभ की एक्टिंग देखने के बाद तब भी उनकी तारीफ हुई थी, लेकिन जब लोगों को पता चला था कि इस फिल्म के लिए उन्होंने कितनी मेहनत की तो किसी को विश्वास नहीं हुआ था कि आज भी अभिनेता ऐसे किरदारों के पीछे छिपी भावनाओं का सम्मान करते हैं।

शूटिंग से लगभग एक महीने पहले ही उन्होंने त्याग दिया था मांसाहार
बताया जाता है कि ऋषभ ने इस फिल्म में ‘दैव कोला’ वाले दृश्य की शूटिंग से लगभग एक महीने पहले ही उन्होंने मांसाहार का त्याग कर दिया था। इसके अलावा फिल्म में एक दृश्य है, जिसमें ऋषभ शेट्टी की पीठ पर आग वाली छड़ी से वार किया जाता है।

अभिनेता ने बताया था कि फिल्म का छड़ी वाला दृश्य एकदम वास्तविक है, ऐसे में उनकी पीठ पर जले के कई निशान भी आ गए थे। उन्होंने बताया कि हाव-भाव और एक्शन के कारण अभिनय वाला कार्य कठिन था।

ऋषभ शेट्टी ने यह भी जानकारी दी थी ‘दैव कोला’ नृत्य के दौरान उन्हें शरीर पर 50-60 किलो का अतिरिक्त वजन ढोना था। ‘दैव कोला’ अलंकार के बाद वो सिर्फ नारियल पानी लेते थे, और कुछ नहीं।

इस दृश्य को फिल्माने से पहले और इसके बाद उन्हें प्रसाद खाने के लिए दिया जाता था। दिन का अंत होने तक उन्हें काफी थकावट हो जाती थी। उन्होंने बताया कि फिर भी वो काम करते थे, ताकि दूसरे लोगों की ऊर्जा कम न हो।

ऋषभ शेट्टी ने बताया था कि वो शूटिंग के दौरान हुई कठिनाइयों की बात नहीं करते, लेकिन अब मीडिया पूछ रही है तो उन्हें ये सब बताना पड़ रहा है। उन्होंने पीठ पर आग से दागे जाने वाले दृश्य को लेकर कहा कि भले ही ये दर्दनाक था, उनके मन में ये बात थी कि उन्हें ये करना है।

गौरतलब है कि ये फिल्म 14 अक्टबूर 2022 को सिनेमाघरों में आई थी। मात्र 15 दिनों में इस फिल्म ने 275 करोड़ की कमाई कर ली थी। इस फिल्म के लिए हर किसी ने ऋषभ शेट्टी की तारीफ की थी। इस फिल्म को मात्र 16 करोड़ के बजट में बनाया गया था।