कनाडा में विवाद का सामना करने वाले शाकिब पाकिस्तान पहुंचे, कैसा रहा स्वागत?
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ़ से दिए गए निमंत्रण के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ी 13 अगस्त को ही पाकिस्तान आ गए थे। दरअसल, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड देश में चल रही राजनीतिक…
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ़ से दिए गए निमंत्रण के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ी 13 अगस्त को ही पाकिस्तान आ गए थे। दरअसल, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड देश में चल रही राजनीतिक अशांति की वजह से उस तरह का अभ्यास कराने में असमर्थ था जिसकी ज़रूरत टेस्ट मैच से पहले होती है। अब शाकिब भी टीम के साथ जुड़ गए हैं, वह बुधवार को लाहौर पहुंच गए और अभ्यास सत्र में भी टीम के साथ नज़र आए।
शाकिब अल हसन सीधे कनाडा से आ रहे हैं जहां वह ग्लोबल T-20 लीग में बंगला टाइगर्स का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। शाकिब के लिए वह हफ़्ता घटनाओं से भरा हुआ था। 5 अगस्त को जब अवामी लीग सरकार गिर रही थी और शेख़ हसीना भारत आ गईं थीं, उसके कुछ ही घंटे बाद शाकिब मैच खेल रहे थे। शाकिब को मैच के दौरान दर्शकों की बदसलूक़ी का भी शिकार होना पड़ा, कुछ फ़ैन्स ने उनके ख़िलाफ़ जमकर नारे लगाए। साथ ही साथ शाकिब को संसद की सदस्यता भी खोनी पड़ी। शाकिब को इसी बीच एक और विवाद का सामना करना पड़ा जब टोरोंटो नेशनल्स के ख़िलाफ़ एलिमिनेटर मुक़ाबले के लिए उन्होंने टॉस करने से इंकार कर दिया। दरअसल, बारिश से बाधित मैच में नतीजा निकालने के लिए सीधे सुपरओवर कराया जा रहा था जिसे नियम का हवाला देते हुए शाकिब ने खेलने से मना करा दिया।
उन्होंने कहा, "एक क्रिकेटर को अपने ऊपर विश्वास रखना चाहिए और बेसिक पर ध्यान देना चाहिए, अगर ऐसा नहीं किया तो मैच से पहले ही वह लड़ाई हार जाएंगे। उनके पास कौशल की कोई कमी नहीं है, हम उन्हें ये विश्वास दिला रहे हैं कि वह किसी भी टीम को हराने की क्षमता रखते हैं। बांग्लादेश एक अच्छी टीम है, आपने देखा होगा कि कैसे उन्होंने विश्व कप में मज़बूत टीमों को भी चुनौती दी थी। इस टीम के पास अच्छे तेज़ गेंदबाज़ आ रहे हैं और वह सही दिशा में काम कर रहे हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि इस टीम को घर से बाहर भी जीतने की आदत लग जाएगी।"
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ का पहला टेस्ट 21 अगस्त से रावलपिंडी में शुरू होगा। बांग्लादेश ने आख़िरी बार पाकिस्तान में COVID से पहले टेस्ट खेला था, लेकिन उस सीरीज़ का दूसरा टेस्ट और फिर वनडे मैचों को COVID के दौरान यात्रा प्रतिबंध की वजह से स्थगित करना पड़ा था।