पुरानी पॉलिसी के रुपए निकलवाने का झांसा देकर डॉक्टर से लाखों का फ्रॉड
भिलाई। फिर से भिलाई का एक डॉक्टर पुराना पॉलिसी के रूपये निकालवाने के झांसे मे आकर ठगी का शिकार हो गया। ठग ने स्वयं को मैक्स लाईु इंश्योरेंस का एजेंट…
भिलाई। फिर से भिलाई का एक डॉक्टर पुराना पॉलिसी के रूपये निकालवाने के झांसे मे आकर ठगी का शिकार हो गया। ठग ने स्वयं को मैक्स लाईु इंश्योरेंस का एजेंट बताकर डॉक्टर को उनके पॉलिसी के पुराने रूपये निकलवाने का दावा करते हुए झांसा दिया और नई पॉलिसी के नाम पर निवेश करवाने का बहाने 14 लाख 60 हजार 647 रूपये ठगी कर ली। डॉक्टर ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद धारा 420 के तहत भिलाई नगर पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है।
भिलाई नगर थाने से मिली जानकारी के अनुसार सेक्टर 10 निवासी डॉ विकास वर्मा के साथ पॉलिसी के नाम पर ठगी हुई है। डॉ वर्मा की पॉवर हाउस नंदिनी रोड में क्लिीनिक है और वे शिशु रोग विशेषज्ञ हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि मैक्स लाइफ इंस्योरेंस के एजेंट रवि झा ने पालिसी के नाम पर कुल 14,60647.50 रुपए की ठगी की है। उसने बताया कि 2023 में रवि झा से बात हुई थी। उसने खुद को पुणे महाराष्ट्र का निवासी और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस का एजेंट बताया।
एक पुराने मैक्स लाइफ इंश्योरेंस की पलिसी पैसे दिलाने का दावा किया और इसके लिए विभिन्न बीमा पॉलिसी में करने कहा। इस दौरान उसने अपने उच्च अधिकारी से भी बात कराई जिसने अपना नाम बंसल बताया। इसके बाद उसने कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस 99,275, भारतीय एक्सा लाइफ इंश्योरेंस 79,999 रुपए, श्रीराम लाइफ इंश्योरेंस 90,915, कुजैलिन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड 41300, रिलायंस जनरल इंस्योरेंस कं. लि. 41,715,. आदित्य बिडला हेल्थ डायरेक्ट सीसीए 48,590, निवाबुपा डायरेक्ट बिजनेस 51,336, आदित्य बिड़ला हेल्थ डायरेक्ट सीसीए 99,434, केयर हेल्थ इंस्योरेंस लि. 92,706 कुल 6,45,270 की बीमा पलिसी कराई। इन सब पलिसियो में पैसा लगाने के बाद भी एजेंट ने रवि झा ने कुछ नही किया और समय बीतता गया। इसके बाद मार्च 2023 में वेद प्रकाश अरोरा से बात हुई और उन्होंने बताया कि एनपीसीआई में सरकार द्वारा नियुक्त हुए हैं और वह मुझे बीमा पलिसीयों के एवज में पैसा दिलवा देंगे। पर इसके लिए कुछ सरकारी चार्ज लगेगा। इस बीच उन्होंने कुलभूषण त्यागी व दुर्गा देवी से भी बात कराई। इस तरीके से मार्च आखिरी से जून तक 14,60647.50 रुपए विभिन्न अकाउंट में जमा करवाया। उसके बाद उन्होंने बताया कि आखरी में करीब 5 लाख रुपए और जमा कराने पर करीब 68 लाख रुपए आरबीआई के तरफ से मिलेंगे। इस दौरान एक आरबीआई के नाम से पत्र भी भेजा। इसके बाद भी आज तक न तो जमा की राशि मिली और न ही आरबीआई से किसी तरह का रिफंड। इस तरह कॉलर द्वारा पॉलिसी के पैसे दिलाने के नाम पर ठगी की गई है। फिलहाल इस मामले में भिलाई नगर पुलिस द्वारा अपराध दर्ज कर जांच की जा रही है।