लाखों करोड़ों रुपयों का बन गया है, वेडिंग व्यवसाय,रोजगार के अवसर बढ़े

नई दिल्ली । भारत में शादियों की अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी है।शादियों में लोग अपनी हैसियत से अधिक खर्च करते हैं। गरीब से गरीब और अमीर से अमीर अपनी हैसियत के…

लाखों करोड़ों रुपयों का बन गया है, वेडिंग व्यवसाय,रोजगार के अवसर बढ़े

नई दिल्ली । भारत में शादियों की अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी है।शादियों में लोग अपनी हैसियत से अधिक खर्च करते हैं। गरीब से गरीब और अमीर से अमीर अपनी हैसियत के हिसाब से शादी में पैसा खर्च करना चाहता है। इसके लिए वह कर्ज भी लेता है।
पिछले कुछ वर्षों में वेडिंग समारोह के लिए अब पैकेज के माध्यम से शादियों का चलन बढ़ा है। वेडिंग प्लानर पूरा ठेका लेकर हैसियत के अनुसार धर्मशाला,मंगल भवन, होटल, मैरिज हॉल, पार्क,इत्यादि में शादी समारोह के लिए सभी इंतजाम वेडिंग ऑर्गेनाइजर करते हैं। दूल्हा-दुल्हन बराती-घराती, पंडित, फोटोग्राफर, सजावट करने वाले,बैंड-बाजा शहनाई यहां तक की पगड़ी बांधने वाले एक ही जगह पर मिल जाते हैं। इसके लिए किसी को भाग दौड़ नहीं करनी पड़ती है।
भारत में वेडिंग प्लानर का धंधा बड़ी तेजी के साथ बढा है। अभी तक अभिजात्य तथा मिडिल क्लास में वेडिंग प्लानर की आवश्यकता होती थी। लेकिन अब गरीब से गरीब व्यक्ति भी वेडिंग प्लानर की सहायता से शादी के आयोजन करा रहे हैं। भारत में करोड़ों लोगों को शादी की अर्थव्यवस्था से रोजगार मिलता है।

वेडिंग विलेज की चर्चा


महाराष्ट्र के पुणे जिले का आलंदी गांव पिछले तीन-चार सालों से वेडिंग विलेज के रूप से जाना जा रहा है।शादियों के मुहूर्त में यहां पर 1 दिन में 1200 से ज्यादा शादियां हो जाती हैं। जब शादी के मुहूर्त नहीं होते हैं।उस समय भी यहां पर 200 से 300 शादियां प्रतिदिन होती हैं।सबसे सस्ती और सबसे बेहतर शादी वेडिंग विलेज में संपन्न होती हैं।आलंदी गांव की आबादी मात्र 40000 है। यहां पर 500 से अधिक मंगल भवन और कई धर्मशालाएं हैं।एक ही छत के नीचे एक ही समय पर यहां फोटोग्राफर, सजावट करने वाले, शादी की सभी रस्मों रिवाज करने वाले भी धर्म के पंडित, मौलवी, पादरी इत्यादि की व्यवस्था,वेडिंग प्लानर करते हैं। बैंड बाजे भी यहां उपलब्ध होते हैं।
वेडिंग प्लानर, प्रेम विवाह,अंतरजातीय विवाह,कोर्ट मैरिज,वैदिक रीति रिवाज केअनुसार विवाह कराने की व्यवस्था करते हैं।शादी की वीडियो शूटिंग, शादी का प्रमाण पत्र, यदि कोर्ट मैरिज है, तो उसके लिए वकील,कोर्ट में मैरिज रजिस्टर्ड कराने का काम सब एक ही स्थान पर हो जाता है।

 

दूर-दूर से शादी के लिए पहुंचते हैं लोग


वेडिंग विलेज में साधारण विवाह 4500 रुपए में भी संभव हो जाता है। इसे सस्ता विवाह दुनिया में कहीं नहीं होता है। इस राशि में विवाह प्रमाण पत्र,पुलिस सुरक्षा, दूल्हा दुल्हन के विवाह की सामग्री इत्यादि उपलब्ध कराई जाती है।
 विशेष विवाह के लिए 12500 रुपए लिए जाते हैं। इसमें फोटोग्राफर 10 फोटो देते हैं।शादी का वीडियो बनाया जाता है। शादी का प्रमाण पत्र, विवाह में लगने वाली संपूर्ण सामग्री, पंडित जी की फीस, हाल और सजावट वेडिंग प्लानर द्वारा की जाती है।

  गरीब और मध्यम वर्ग के लोग अपनी आर्थिक हैसियत के अनुसार शादी के लिए जिस तरह की व्यवस्था चाहते हैं। उसके अनुसार वेडिंग प्लानर व्यवस्था करते हैं। यहां बड़े मैरिज हाल भी हैं।मांग के अनुरूप सारी व्यवस्थाएं वेडिंग प्लानर बहुत कम समय में कर देते हैं। जिसके कारण आसपास के परिवार यहीं पर आकर शादी समारोह की व्यवस्था कराते हैं। यहां सस्ते में और अच्छी तरह से शादियां हो जाती हैं।शादियों में अब वेडिंग प्लानर की व्यवस्था भारत के प्रत्येक शहर में देखने को मिलने लगी है। वेडिंग प्लानर सारी व्यवस्था करते हैं। उनके पास सभी किस्म के लोग होते हैं। मांग के अनुरूप वह उपलब्ध कराते हैं। जिसके कारण एक-एक वेडिंग प्लानर लाखों रुपए प्रतिमाह की कमाई कर रहे हैं।वहीं उनके माध्यम से प्रतिदिन लाखों लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। भारत में वेडिंग प्लानर का काम बड़ी तेजी के साथ बढ़ रहा है। इसके साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। कम खर्चे में बेहतर शादियां भी होने लगी हैं।