प्रदेश में फार्मा क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएँ हैं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में फार्मा क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएँ हैं। मध्यप्रदेश की फार्मास्यूटिकल इण्डस्ट्री पॉलिसी सबसे अच्छी पॉलिसी है। यह…
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में फार्मा क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएँ हैं। मध्यप्रदेश की फार्मास्यूटिकल इण्डस्ट्री पॉलिसी सबसे अच्छी पॉलिसी है। यह पॉलिसी 2002-23 की है। प्रदेश में फार्मा के व्यवसाय को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। फार्मा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। फार्मास्यूटिकल इण्डस्ट्री में कार्य करने के लिए युवाओं को टेक्निकल रुप से स्ट्रांग बनाया जाएगा। मध्यप्रदेश में फार्मा कलस्टर डेव्लप करने की संभावनाएँ बेहतर हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में गुणवत्तापूर्ण और सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रालय में इंडियन ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के सदस्यों के साथ चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों की स्थापना के लिए हर संभव मदद करने का प्रयास कर रही है। प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए सब्सिडी देने के साथ भूमि उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि निवेशकों के प्रस्तावों पर राज्य सरकार द्वारा शीघ्रता से कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्किल डेव्लप करें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बायोटेक पार्क विकसित करने की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि फार्मा सेक्टर को प्रमोट किया जाए। बैठक में सदस्यों ने इण्डस्ट्रीज को पोल्यूशन फ्री जोन बनाने, फाइटो मेडिसिन डेव्लप करने, फार्मास्यूटिकल के लिए मेघनगर के पास नया एरिया डेव्लप करने का सुझाव दिया। बैठक में मध्यप्रदेश में फार्मेसी के व्यवसाय को और अधिक बढ़ाने पर चर्चा हुई। निवेशकों को आकर्षित किए जाने तथा एमएसएमई पॉलिसी पर भी विचार -विमर्श किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री संजय कुमार शुक्ला, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय और औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह और इंडियन ड्रग मेन्यूफेक्चरिंग एसोसिएशन के श्री ओम जैन, नरेश भंडारी , श्री परेश चावला, डॉ. दर्शन कटारिया, श्री अजय सिंह, श्री मनीष शर्मा उपस्थित थे।