कष्टों से चाहिए मुक्ति तो सावन में महादेव के सामने जरूर करें इस छोटे से मंत्र का जाप…

करौली. हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव ही सिर्फ ऐसे है देव जो मनुष्य के सभी पापों को हर सकते हैं. आदिदेव भोलेनाथ को हिंदू धर्म के सभी देवों…

कष्टों से चाहिए मुक्ति तो सावन में महादेव के सामने जरूर करें इस छोटे से मंत्र का जाप…

करौली. हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव ही सिर्फ ऐसे है देव जो मनुष्य के सभी पापों को हर सकते हैं. आदिदेव भोलेनाथ को हिंदू धर्म के सभी देवों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है. हिंदू धर्म के अंदर कई देवी – देवता भी ऐसे हैं जिन्होंने स्वयं महादेव की आराधना की थी. उन्हें प्रसन्न करने के बाद ही बड़े वरदान प्राप्त किए थे. हिंदू धर्म में भोलेनाथ को ही जन्म और मृत्यु का रचयिता बताया गया है.

वैसे तो हिंदू धर्म में हर दिन और खासकर सोमवार के दिन महादेव की पूजा की जाती है. लेकिन इनकी आराधना के लिए सावन का महीना भी समर्पित है. जो इस साल 22 जुलाई से आरंभ हो गया है. यह पूरा महीना सिर्फ महादेव की आराधना के लिए ही समर्पित है. ऐसा बताया जाता है कि इस महीने में, जो भी मनुष्य महादेव को अपनी आराधना से प्रसन्न कर देता है तो उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है.

सभी कार्यों को संभव करने वाले हैं महादेव
कर्मकांड ज्योतिषी पंडित मनीष उपाध्याय बताते हैं कि भोलेनाथ की सेवा-पूजा और महादेव की आराधना, ऐसा कौन सा रोग है. ऐसी कौन सी आपत्ति और विपत्ति है, जिसे महादेव ना टाल सकें. वह बताते हैं कि आदिदेव महादेव सभी कार्यों को करने के लिए संभव है. उनसे कोई भी कार्य रह नहीं सकता. इसीलिए उनके लिए कहा गया है कि ॐ मृत्युंजय महादेव त्राहिमां शरणागतम! जन्म मृत्यु जरा व्याधि पीड़ितं कर्म बंधनः!!!

पिछले जन्मों के पापों को भी माफ करने वाले है महादेव
उपाध्याय के मुताबिक, व्यक्ति के जीवन में कैसा भी अपराध क्यों ना हो गया हों.!! अवश्यमेव भोक्तव्यं कृतं कर्म शुभाशुभम् !! चाहें वह पाप इस जीवन में हुआ हो या पिछले जीवन में, पर इस सावन माह में जिस व्यक्ति ने महादेव के सामने अपने पापों का प्रायश्चित कर लिया और देव – आदिदेव महादेव की अच्छे मन से पूजा कर ली और केवल अच्छे मन से ही ओम नमः शिवाय का ही जाप कर लिया तो महादेव उस व्यक्ति के न केवल इस जन्म के पाप बल्कि पिछले जन्म के पापों को भी हर देंगे. और उसके सभी संकट दूर होने के साथ उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएगी.