बाबा बर्फानी के दर्शन को उमड़ रहा भक्‍तों का हुजूम, पिछले साल का रिकॉर्ड टूटना तय

श्रीनगर. अमरनाथ यात्रा-2024 में बड़ी तादाद में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं. जिस रफ्तार से लोग बाबा बर्फानी का दर्शन करने के लिए बेस कैंप में पहुंच रहे हैं, उससे…

बाबा बर्फानी के दर्शन को उमड़ रहा भक्‍तों का हुजूम, पिछले साल का रिकॉर्ड टूटना तय

श्रीनगर. अमरनाथ यात्रा-2024 में बड़ी तादाद में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं. जिस रफ्तार से लोग बाबा बर्फानी का दर्शन करने के लिए बेस कैंप में पहुंच रहे हैं, उससे लगता है कि पिछले साल का रिकॉर्ड भी टूट जाएगा. इस साल अभी तक 4.51 लाख से ज्‍यादा श्रद्धालु बाबा बर्फानी का दर्शन कर चुके हैं. शनिवार को भी 7,500 से ज्‍यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा तक पहुंच कर भगवान शिव के प्राकृतिक स्‍वरूप का दर्शन किया. अभी और कई जत्‍थों के आने की संभावना है.

जानकारी के अनुसार, दक्षिण कश्मीर के अमरनाथ गुफा मंदिर में शनिवार को 7,541 तीर्थ यात्रियों ने प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के दर्शन किए. इसके साथ ही इस दुर्गम पवित्र स्थल पर दर्शन कर चुके श्रद्धालुओं की संख्या 4.5 लाख को पार कर गई है. अधिकारियों ने बताया कि सालाना अमरनाथ यात्रा के 29वें दिन शनिवार को 7,541 तीर्थयात्रियों ने बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए. उन्होंने बताया कि 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 4,51,881 तक पहुंच गई है.

19 अगस्‍त हो संपन्‍न होगी यात्रा
बाबा अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, इस साल की यात्रा में दो मौतें हुई हैं. इनमें हरियाणा का एक सेवादार और दूसरा झारखंड का तीर्थयात्री हैं. दोनों की मौत जून में बालटाल मार्ग पर दिल का दौरा पड़ने से हुई थी. अमरनाथ की 52 दिवसीय तीर्थयात्रा 19 अगस्त को संपन्न होगी. बता दें कि पिछले वर्ष लगभग 4.59 लाख तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा तक पहुंच कर बाबा बर्फानी के दर्शन किया था.

29 जून के शुरू हुई थी यात्रा
अमरनाथ यात्रा 29 जून 2024 से शुरू हुई थी. अमरनाथ यात्रा करीब 2 महीने तक चलती है. आषाढ़ पूर्णिमा से शुरू होने वाली बाबा अमरनाथ की यात्रा श्रावण पूर्णिमा तक चलती है. इस दौरान लाखों शिवभक्त बाबा के दरबार में पहुंचते हैं और बाबा के चमत्कार के साक्षी बनते हैं. इस बार की यात्रा के लिए सुरक्षा के बेहद ही सख्‍त प्रावधान किए गए हैं. अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले माता वैष्‍णो देवी के भक्‍तों पर हमले के बाद सुरक्षा की कड़ी व्‍यवस्‍था की गई है.