जो लोग चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं वो आम लोगों की तकलीफ को नहीं समझ सकते – सांसद तोखन साहू
दुर्ग। केन्द्रीय राज्य मंत्री और बिलासपुर सांसद तोखन साहू शनिवार को दुर्ग प्रवास पर पहुंचे। वो दुर्ग के साइंस कॉलेज में आयोजित संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। कार्यक्रम…
दुर्ग। केन्द्रीय राज्य मंत्री और बिलासपुर सांसद तोखन साहू शनिवार को दुर्ग प्रवास पर पहुंचे। वो दुर्ग के साइंस कॉलेज में आयोजित संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। कार्यक्रम में शामिल होने से पहले उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय बजट को देश के विकास के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं वो आम लोगों की तकलीफ को नहीं समझ सकते। मंत्री तोखन साहू ने हाल ही में पेश हुए केंद्रीय बजट को लेकर कहा कि यह बजट समाज के हर वर्ग के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। सभी के लिए इस बजट में प्रावधान किया गया है। हम 2047 में विकसित भारत का जो सपना देख रहे हैं उसके लिए मील का पत्थर साबित होगा। बजट पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की टिप्पणी के बारे में उन्होंने कहा कि एक कहावत है कि “जाके पैर ना फटे बेवाईं वो क्या जाने पीर पराई” जिसकी बेवाईं फटती है वही उसके दर्द को जान सकता है। मोदी जी गरीब के बेटे हैं। गरीबी के बीच वो पले बड़े हुए इसलिए गरीब की तकलीफ को देखकर योजना बना रहे हैं। चांदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले कभी ना गरीबों के बारे में सोचते हैं ना किसानों के बारे में सोचते हैं। ना गांव के बारे में सोचते हैं। उनके पास कोई विजन नहीं विकास का कोई पैमाना नहीं है। 50-60 साल तक सत्ता में रहे। गरीबी हटाने का नारा दिया, लेकिन ना गरीबी हटी ना भूख मिटी। गरीब तब हट रही है जब मोदी जी की सरकार बन रही है।