आखिरी टी20I में संजू सैमसन का गरजा बल्ला, 110 मीटर लंबा जड़ा छक्का
भारत और जिम्बाब्वे के बीच पांच मैचों की टी20I सीरीज का आखिरी मैच हरारे स्पोर्ट्स क्लब में रविवार को खेला गया, जिसमें टीम इंडिया को 42 रन से जीत मिली।…
भारत और जिम्बाब्वे के बीच पांच मैचों की टी20I सीरीज का आखिरी मैच हरारे स्पोर्ट्स क्लब में रविवार को खेला गया, जिसमें टीम इंडिया को 42 रन से जीत मिली। इस मैच में भारतीय टीम के उप-कप्तान संजू सैमसन का बल्ला जमकर गरजा, जिन्होंने 45 गेंदों में 58 रन की पारी खेली और उनकी इस पारी के दम पर ह भारत 167 रन का स्कोर खड़ा कर सका।
मैच में संजू सैमसन ने एक ऐसा शॉट जड़ा, जिससे देख हर कोई हैरान रह गया। संजू ने 110 मीटर का लंबा छक्का जड़ा और गेंद को स्टेडियम के पार की सैर कराई। उनका वीडियो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Sanju Samson ने जड़ा 110 मीटर का लंबा छक्का, स्टेडियम पार गई गेंद
दरअसल, जिम्बाब्वे के खिलाफ भारतीय टीम की आखिरी टी20I मैच में शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम इंडिया ने 3.5 ओवर तक 38 रन के स्कोर पर दो विकेट गंवा दिए थे। गिल के जल्दी आउट होने के बाद टीम का स्कोर पांच ओवर तक 40 रन पर 3 विकेट रगा। वहीं, इसके बाद संजू सैमसन ने रियान पराग के साथ मिलकर टीम की पारी को संभालने की जिम्मेदारी उठाई और सैमसन ने अपनी पहली 14 गेंदों में 10 रन बनाए, लेकिन इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ी।
संजू सैमसन ने पारी के 12वें ओवर में ब्रैंडन मावुता के खिलाफ लगातार छक्के जड़े। इस दौरान उन्होंने 110 मीटर का लंबा सिक्स जड़ा,जिसकी गेंद स्टेडियम के बाहर चले गई। इसका वीडियो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
संजू सैमसन ने टी20 इंटरनेशनल में अपनी दूसरी फिफ्टी जड़ने के साथ ही एक खास क्लब में एंट्री की। बता दें कि संजू सैमसन ने टी20I इंटरनेशनल में 300 सिक्स पूरे कर लिए और टी20I में 300 या उससे ज्यादा सिक्स जड़ने वाले वह 7वें भारतीय बने।
अगर बात करें मैच की तो भारतीय टीम ने पहले बैटिंग करते हुए पांचवें टी20 मैच में 167 रन का स्कोर खड़ा किया था। टीम इंडिया की तरफ से संजू सैमसन (58) और रियान पराग ने 22 रन बनाए। शिवम दुबे के बल्ले से 26 रन निकले। वहीं, 168 रन का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे की टीम 125 रन पर ढेर हो गई और इस तरह टीम इंडिया ने मैच 42 रन से जीत लिया। पांचवें टी20I मैच में मिली जीत के साथ भारतीय टीम ने सीरीज 4-1 से अपने नाम की।