मनेंद्रगढ़ ज़िला हुआ हरित ज़िला 385 स्कूलों और सरकारी संस्थानों में एक साथ पौधारोपण

मनेंद्रगढ़ एक पेड़ माँ के नाम के तहत मनेंद्रगढ़ जिले में रिकॉर्ड 90 हज़ार पौधों का रोपण हुआ। इसके लिए सभी स्कूलों और सरकारी संस्थानो को चुना गया। पौधारोपण के…

मनेंद्रगढ़ ज़िला हुआ हरित ज़िला 385 स्कूलों और सरकारी संस्थानों में एक साथ पौधारोपण

मनेंद्रगढ़
एक पेड़ माँ के नाम के तहत मनेंद्रगढ़ जिले में रिकॉर्ड 90 हज़ार पौधों का रोपण हुआ। इसके लिए सभी स्कूलों और सरकारी संस्थानो को चुना गया। पौधारोपण के लिए हर एक गाँव के स्कूल, आँगनवाड़ी, पंचायत भवन, कर्मचारी क्वार्टर्स कैंपस से लेकर बड़े प्राइवेट कैंपस को भी चुना गया। सिर्फ वही सरकारी संस्थान बच गये जिनमे सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवॉल नहीं है। लगभग 80त्व सरकारी बिल्डिंग में वहाँ के स्कूली बच्चो और कर्मचारियों के द्वारा अपने माँ के नाम पौधे लगाया गया। जिले के सभी स्कूलों में छोटे बच्चो के हाथों में माननीय प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और वनमंत्रीजी का फ्लेक्स देखा जा सकता था। सभी ने पौधे लगाकर उसका सुरक्षा का वादा किया।

ष्ठस्रह मनीष कश्यप ने बताया कि पौधे फारेस्ट स्टाफ के मार्गदर्शन में लगाया गया। इसके लिए हर एक बीट गार्ड और डिप्टी रेंजर को 5-5 सरकारी बिल्डिंग में पौधारोपण के लिए ड्यूटी दिया गया था। जिले में इस तरह का वृहद् स्तर पर यह पहला आयोजन था। मनेंद्रगढ़ रेंज में 62 स्थल,बिहारपुर रेंज में 74 स्थल, केल्हारी में 149, बहरासी में 28, कुंवारपुर में 27 और जनकपुर में 41 स्थलों में पौधे लगवाए गए। पौधे बिल्डिंग कैंपस में खाली क्षेत्रफल के अनुसार लगाया गया। किसी में 20, किसी में 50, तो कई जगह 1000 पौधे तक लगे। मनेंद्रगढ़ शहर के प्राइवेट स्कूल और कॉलेज को भी कवर किया गया। इस तरह के बड़े स्तर के अभियान से स्कूली बच्चो और नागरिकों में पेड़ो और पर्यावरण के लिए जागरूकता उत्पन्न होती है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी सभी स्थलों में आमंत्रित किया गया था और सभी ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया। इन पौधों को बचाया गया तो कुछ साल में पूरा मनेंद्रगढ़ जिला हरा भरा हो सकता है। आने वाले समय में इस तरह अभियान चला कर ज़िले के फारेस्ट कवर को भी बढ़ाया जाएगा।