‘ब्लड कैंसर’ से जूझ रहे साथी खिलाड़ी पर कपिल देव का दर्द छलका, BCCI से मदद की गुहार

भारतीय क्रिकेट टीम को 1983 में वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जिताने वाले कप्तान कपिल देव ने 'ब्लड कैंसर' से जूझ रहे अपने साथी खिलाड़ी अंशुमान गायकवाड़ की मदद के…

‘ब्लड कैंसर’ से जूझ रहे साथी खिलाड़ी पर कपिल देव का दर्द छलका, BCCI से मदद की गुहार

भारतीय क्रिकेट टीम को 1983 में वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जिताने वाले कप्तान कपिल देव ने 'ब्लड कैंसर' से जूझ रहे अपने साथी खिलाड़ी अंशुमान गायकवाड़ की मदद के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से गुहार लगाई है. 71 साल के अंशुमन गायकवाड़ का पिछले एक साल से लंदन के किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. बीसीसीआई से मदद की गुहार लगाने के अलावा पूर्व भारतीय कप्तान इलाज के लिए अपनी पेंशन देने के लिए भी तैयार हैं. 

कपिल देव ने बीसीसीआई से अंशुमान गायकवाड़ की मदद के लिए उम्मीद जताई है. स्पोर्टस्टार से बात करते हुए कपिल देव ने कहा, "यह बहुत दुखी और निराशाजनक है. मैं दर्द में हूं क्योंकि मैंने आशू के साथ खेला है और मैं उसे इस हालत में नहीं देख सकता. किसी को भी पीड़ित नहीं होना चाहिए. मुझे पता है कि बोर्ड उनका ख्याल करेगा. हम किसी को बाध्य नहीं कर रहे हैं. आशू के लिए कोई भी मदद आपके दिल से आनी चाहिए. कुछ खतरनाक गेंदबाज़ों के सामने खड़े होने पर उन्हें चेहरे और छाती पर चोट लगी है. अब वक़्त कि हम उनके लिए खड़े हों. मुझे यकीन है कि क्रिकेट फैंस उन्हें निराश नहीं करेंगे. फैंस को उनकी रिकवरी के लिए दुआ करनी चाहिए."

सिस्टम में कमी को दर्शाते हुए और अपनी पेंशन दान करने को लेकर पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, "दुर्भाग्य से हमारे पास सिस्टम नहीं है. यह अच्छा है कि आज कल के क्रिकेटर्स अच्छा पैसा कमा रहे हैं. यह भी अच्छा है कि सपोर्ट स्टाफ के मेंबर्स को भी अच्छा पैसा मिल रहा है. हमारे वक़्त में बोर्ड के पास पैसे नहीं थे. आज, उनके पास हैं और अतीत के पुराने खिलाड़ियों का ख्याल रखना चाहिए. लेकिन वे अपना योगदान कहां भेजते हैं? अगर एक ट्रस्ट बनाया जाता, तो वह अपना पैसा उसमें रखते. लेकिन हमारे पास सिस्टम नहीं है. एक ट्रस्ट होना चाहिए. मुझे लगता कि बीसीसीआई ऐसा कर सकता है. वे पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों की देखभाल करते हैं. अगर परिवार हमें इजाजत दे तो हम अपनी पेंशन दान करके मदद करने के लिए तैयार हैं."