सरकार धान बीज की उपलब्धता के लिये गंभीर नहीं है – दीपक बैज
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि खरीफ का सीजन आ चुका है, किसान बोने की तैयारी करके मानसून का इंतजार कर रहा है, लेकिन किसान विरोधी साय…
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि खरीफ का सीजन आ चुका है, किसान बोने की तैयारी करके मानसून का इंतजार कर रहा है, लेकिन किसान विरोधी साय सरकार छत्तीसगढ़ के 80 प्रतिशत सोसायटीयों में खाद और बीज आवश्यक मात्रा में अब तक नही पहुंचा पाई है। किसान खाद बीज के लिये सोसायटियों के चक्कर काटने को मजबूर है। सरकार की तरफ से खाद बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये अभी तक कोई ठोस प्रयास शुरू नहीं किया गया है। किसानों के लिये उर्वरक की उपयोगिता उसके समय पर मिलने पर ही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार की अकर्मण्यता और संवेदनहीनता के चलते छत्तीसगढ़ के किसान खाद और बीच के लिए भटक रहे हैं। खरीफ सीजन 2024-25 के लिए जो खाद और बीज डबल लॉक के गोदामों में रखे गए हैं, वहां से सिंगल लॉक की सोसाइटियों तक पहुंचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था नहीं है। छत्तीसगढ़ के लगभग 80 प्रतिशत सोसाइटीयों में खाद और बीज के पर्याप्त स्टॉक नहीं है। अनेकों स्थानों पर पूर्व के परिवहन ठेकेदारों से किए गए निविदा को खत्म कर दिया गया है, लेकिन भारी भरकम कमिशन मांगे जाने के चलते नए परिवहनकर्ता रूचि नहीं दिखा रहे हैं, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि अभी खरीफ सीजन की शुरूआत ठीक से हुआ नहीं है। पूरे राज्य में अमानक खाद बीज का भंडारण शुरू हो गया है। विगत दिनों बस्तर के पखांजूर में नकली खाद से भरा ट्रक पकड़ा गया, सूचना के मुताबिक नकली खाद राजस्थान से मंगाया गया था, किसानों का आरोप है कि भाजपा शासित प्रदेशों से नकली खाद छत्तीसगढ में खपाए जा रहे हैं। हाल ही में बेमेतरा जिले के नवागढ़ तहसील के सरकारी सोसायटी में अमानक नैनो यूरिया का मामला सामने आया था। भाजपा की सरकार में छत्तीसगढ़ नकली खाद, अमानक बीज, नकली दवा, घटिया कीटनाशक और एक्सपायरी नैनो यूरिया खपाने का अड्डा बन गया है। कमीशनखोरी के लालच में भाजपाई किसान विरोधी षड़यंत्र रच रहे हैं। विगत दिनों ग्राम मुरता सेवा सहकारी समिति, तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा में किसानों को इफको कंपनी के द्वारा निर्मित एक्सपायरी नैनो लिक्विड खाद बेचने का मामला सामने आया था और अब बस्तर में राजस्थान से आयातित नकली खाद प्रकरण साय सरकार के किसान विरोधी षडयंत्र का उदाहरण है। आखिर वैधता खत्म हो चुके खाद का भंडारण प्राथमिक सहकारी समितियों के गोदामों में क्यों किया गया? किसके दबाव में एक्सपायरी नैनो यूरिया लिक्विड खाद किसानों को बेचा जा रहा है? ट्रकों ट्रक नकली खाद भाजपा शासित राज्यों से किसके संरक्षण में छत्तीसगढ़ पहुंच रहा है?