ब्रह्म मुहूर्त में जागते हैं प्रधानमंत्री मोदी, 1 घंटा 11 मिनट विशेष मंत्र का कर रहे जाप; प्राण प्रतिष्ठा से पहले कठिन अनुष्ठान…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें कुछ खास धार्मिक नियमों का पालन करना होता…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं।
इस दौरान उन्हें कुछ खास धार्मिक नियमों का पालन करना होता है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी आजकल हर दिन एक विशेष मंत्र का जाप कर रहे हैं।
सूत्रों के हवाले से बताया गया कि आध्यात्मिक दुनिया से जुड़े एक महान संत ने प्रधानमंत्री को यह मंत्र दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि पीएम मोदी प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में जाग जाते हैं और 1 घंटा, 11 मिनट तक इस मंत्र का जाप करते हैं। 11 दिनों के अनुष्ठान के दौरान इस मंत्र का जाप अनिवार्य बताया गया है।
मालूम हो कि आमतौर पर ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 4 से 5.30 बजे के बीच माना गया है। हिंदू धर्म में इस काल को बहुत ही शुभ माना जाता है।
सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी 22 जनवरी तक इस खास मंत्र का जाप हर दिन करते रहेंगे। इससे पहले यह जानकारी सामने आई थी कि प्रधानमंत्री विशेष धार्मिक परंपरा के तहत फर्श पर कंबल के ऊपर सो रहे हैं और केवल नारियल पानी पी रहे हैं।
सूत्रों के हवाले से बताया गया कि मोदी गौपूजा कर रहे हैं और गौसेवा कर रहे हैं। इसके अलावा वह अन्नदान सहित अन्य चीजें भी दान कर रहे हैं। साथ ही शास्त्रों के अनुसार वह वस्त्र भी दान कर रहे हैं।
PM मोदी ने आज श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में की पूजा-अर्चना
सच्चे राम भक्त के रूप में पीएम मोदी ने पिछले कुछ दिनों में कई मंदिरों का दौरा किया है। इनमें नासिक स्थित रामकुंड और श्री कालाराम मंदिर, आंध्र प्रदेश के लेपाक्षी में वीरभद्र मंदिर और केरल में तिरुप्रायर श्री रामास्वामी मंदिर प्रमुख हैं। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने आज तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में प्रसिद्ध श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
इसके बाद वह रामेश्वरम में रामनाथस्वामी मंदिर में भी पूजा-अर्चना करेंगे। वह श्रीरंगम में विभिन्न विद्वानों की ओर से किए जा रहे कंब रामायण के पाठ के भी सुनेंगे।
प्रधानमंत्री का दोपहर को रामेश्वरम जाने का कार्यक्रम है। इस दौरान वह मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना करेंगे व भजन सुनेंगे।
श्रीरंगम मंदिर को बोलोगा वैकुंठम या पृथ्वी पर वैकुंठम के नाम से भी जाना जाता है।