ज्येष्ठ पूर्णिमा पर भूलकर भी न करें ये 5 काम, पड़ जाएंगे लेने के देने, आपसे रूठ जाएंगी मां लक्ष्मी

पूर्णिमा तिथि हिंदू धर्म में शुभ और पवित्र मानी जाती है. इन दिन स्नान, दान, पूजा, हवन आदि का खास महत्व होता है. लेकिन, कुछ कार्य ऐसे हैं जो पूर्णिमा…

ज्येष्ठ पूर्णिमा पर भूलकर भी न करें ये 5 काम, पड़ जाएंगे लेने के देने, आपसे रूठ जाएंगी मां लक्ष्मी

पूर्णिमा तिथि हिंदू धर्म में शुभ और पवित्र मानी जाती है. इन दिन स्नान, दान, पूजा, हवन आदि का खास महत्व होता है. लेकिन, कुछ कार्य ऐसे हैं जो पूर्णिमा के दिन वर्जित भी माने गए हैं. अगर आप इन कार्यों को करते हैं तो माता लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं और आपको धन की बड़ी हानि हो सकती है. घर में दरिद्रता आ सकती है.

देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Local 18 को बताया कि 22 जून को जेठ पूर्णिमा है. इस दिन अगर आप व्रत रखकर पूरी विधि से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं तो सभी दुखों का नाश होगा. पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व है. साथ ही इस दिन कुछ कार्य करने से परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं.

पूर्णिमा के दिन न करें ये कार्य
पूर्णिमा के दिन भूलकर भी तामसिक भोजन नहीं करनी चाहिए. इससे मनुष्य के जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं.
 पूर्णिमा के दिन भूलकर भी बाल-नाखून आदि नहीं कटवाना चाहिए. यह सभी कार्य पूर्णिमा के 1 दिन पहले कर लें.
माना जाता है कि तुलसी पत्ते में माता लक्ष्मी का वास रहता है, इसलिए पूर्णिमा के दिन तुलसी पत्ता भूलकर भी नहीं तोड़ना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
पूर्णिमा के दिन रात्रि में दही का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करते हैं तो इससे चंद्र दोष लगता है और जातक हमेशा आर्थिक तंगी से परेशान रहेंगे.
पूर्णिमा के दिन किसी भी काले रंग का प्रयोग बिल्कुल न करें. फिर चाहे वह वस्त्र हो या फिर कुछ और, ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.