RSS नेताओं के इन बयानों से मची सियासी खलबली
लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को आशातीत सफलता नहीं मिलने को लेकर पार्टी के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में मंथन की स्थिति है।संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से…
लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को आशातीत सफलता नहीं मिलने को लेकर पार्टी के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में मंथन की स्थिति है।संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से लेकर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार तक ने इशारों-इशारों में बीजेपी पर निशाना साधा है। सभी नेताओं ने अलग-अलग मुद्दों का जिक्र करते हुए भाजपा से कई सवाल और कुछ नसीहत भी दी है। आइए आज जानें कि चुनाव परिणाम सामने आने के बाद किसने क्या कहा है।
चुनाव परिणाम सामने आने के बाद संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मणिपुर में फैले अशांति का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष से जूझ रहे राज्य की स्थिति पर प्राथमिकता से विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, "मणिपुर पिछले एक साल से शांति का इंतजार कर रहा है। राज्य में 10 साल पहले शांति थी। ऐसा मालूम पड़ता था कि वहां बंदूक संस्कृति खत्म हो गई है, लेकिन राज्य में अचानक हिंसा देखी गई।"
मोहन भागवत के बयान के बाद आरएसएस मेंबर रतन शारदा ने आरएसएस के मुखपत्र 'ऑर्गनाइजर' में एक लेख लिखा, जिसमें उन्होंने बताया कि क्यों लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन खराब रहा। उन्होंने दावा किया कि भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता जनता की आवाज सुनने की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैन फॉलोइंग की चमक का आनंद ले रहे थे।