यूक्रेन में तैनात होगा अमेरिका का एक और पैट्रियट मिसाइल, राष्ट्रपति जो बाइडन ने दी मंजूरी
यूक्रेन और रूस के बीच पिछले दो साल से अधिक समय से युद्ध जारी है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक और पैट्रियट मिसाइल प्राणली को यूक्रेन में…
यूक्रेन और रूस के बीच पिछले दो साल से अधिक समय से युद्ध जारी है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक और पैट्रियट मिसाइल प्राणली को यूक्रेन में तैनात करने के लिए मंजूरी दे दी है। बाइडन ने पिछले सप्ताह ही यह निर्णय लिया है। यूक्रेन अपने शहरों, बुनियादी ढांचों और बिजली ग्रिड पर रूसी हमलों को झेल रहा है। नई पैट्रियट मिसाइल पोलैंड से आएगी। पोलैंड में यह मिसाइल एक अमेरिकी टुकड़ी की रक्षा कर रही है। इसे अगले कुछ दिनों में यूक्रेन में तैनात किया जा सकता है।
पैट्रियट मिसाइल इसलिए है खास
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, पैट्रियट मिसाइल को अमेरिका का सबसे अच्छा वायु रक्षा हथियार माना जाता है। इसमें शक्तिशाली रडार और मोबाइल लॉन्चर शामिल है। यह प्रोजेक्टाइल पर मिसाइल दागते हैं। अमेरिका के पास कितने पैट्रियट हैं, पेंटागन ने यह बताने से इनकार कर दिया लेकिन एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी की मानें तो अमेरिका ने दुनिया भर में 14 जगह पैट्रियट को तैनात किया है। पैट्रियट अमेरिका के अलावा, उसके सहयोगियों के पास भी है, उनमें से दो देशों ने यूक्रेन को कुछ पैट्रियट भेजे हैं। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि यूरोपीय शक्तियां जल्द ही और पैट्रियट यूक्रेन में भेजेंगी। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और पेंटागन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने यूरोपीय देशों से यूक्रेन को मदद देने की अपील की है।
इन्होंने भी भेजी मिसाइल
जिन दो देशों ने यूक्रेन में पैट्रियट भेजी हैं, उनमें जर्मनी और नीदरलैंड शामिल है। दोनों देश अब तक एक-एक मिसाइल भेज चुके हैं। जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज का कहना है कि जून के अंत तक दूसरा पैट्रियट वहां तैनत किया जाएगा। वहीं नीदरलैंड से दूसरे पैट्रियट के लिए बातचीत जारी है। बता दें, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पिछले माह कीव गए थे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान, जेलेंस्की ने कहा था कि हमारे लिए अभी वास्तव में वायु रक्षा की जरूरत है। उन्होंने अमेरिका निर्मित सतह से हवा में मार करने वाली पैट्रियट मिसाइल प्रणाली का अनुरोध किया था। हालांकि, ब्लिंकन ने उस अनुरोध का स्पष्ट रूप से जवाब नहीं दिया था। उन्होंने कहा था कि हम जानते हैं कि यह एक चुनौतीपूर्ण समय है। सहायता अब रास्ते में है।