ईरान की मुसीबत में अमेरिकी सांसद के बिगड़े बोल- रईसी मर गए हों तो अच्छा है, आतंकवादी और तानाशाह थे…
ईरान के राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम रईसी का Bell 212 हेलिकॉप्टर रविवार को क्रैश हो गया था। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब इब्राहिम रईसी खुदाफरिन शहर से ताबरिज जा रहे…
ईरान के राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम रईसी का Bell 212 हेलिकॉप्टर रविवार को क्रैश हो गया था।
यह हादसा उस वक्त हुआ, जब इब्राहिम रईसी खुदाफरिन शहर से ताबरिज जा रहे थे। इसी दौरान उनके विमान से संपर्क टूट गया और हेलिकॉप्टर वजरकान इलाके के पास क्रैश हो गया।
घंटों के अभियान के बाद क्रैश हेलिकॉप्टर का मलबा मिल गया है, लेकिन किसी के भी जिंदा बचने की उम्मीद नहीं है। हालांकि आधिकारिक तौर पर ईरान ने इस पर अभी कुछ नहीं कहा है। सऊदी अरब, भारत, चीन, रूस समेत दुनिया भर के देशों ने इस हादसे पर दुख जताया है।
इस बीच अमेरिकी सांसद का एक बयान सामने आया है, जो ईरान को इस मुसीबत के वक्त में चुभने वाला है। अमेरिकी सांसद रिक स्कॉट ने कहा कि यदि इब्राहिम रईसी जिंदा नहीं बचे हैं तो यह अच्छी बात है और इससे दुनिया रहने के लिए और सुरक्षित हो जाएगी।
रिपब्लिक सांसद ने एक्स पर लिखा, ‘यदि रईसी की मौत हो गई है तो फिर दुनिया अब पहले से बेहतर और सुरक्षित होगी। वह शख्स एक आतंकवादी और तानाशाह था।
उससे कोई प्यान नहीं करता था और न सम्मान देता था। उसे कोई मिस नहीं करेगा। यदि उसकी मौत हो गई है तो मैं उम्मीद करता हूं कि ईरान के लिए यह मौका है कि वह अपने देश की सत्ता को कातिल तानाशाहों से वापस ले लें।’
अमेरिकी सांसद का यह बयान चुभने वाला और आपत्तिजनक है। अब तक अमेरिकी सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन इस दुखद घटना में तमाम देशों ने ईरान के साथ खड़े होने की बात कही है।
खाड़ी क्षेत्र में अमेरिका के कई सहयोगियों ने भी ईरान से इस घटना को लेकर संवेदना प्रकट की है। ऐसी स्थिति में अमेरिकी सांसद का बयान तनाव भी बढ़ाने वाला है।
बता दें कि इस मामले में अब तक अमेरिकी सरकार ने कुछ नहीं कहा है। सूत्रों का कहना है कि बाइडेन प्रशासन इस मामले में संभलकर चलना चाहता है। इस मामले की रिपोर्ट जो बाइडेन ने मांगी है और उन्हें पूरी जानकारी अधिकारियों ने दी है।
इस घटना के बाद अमेरिका की नजर इस बात पर है कि यदि इब्राहिम रईसी की हादसे में मौत हो गई है तो फिर उनकी जगह कौन राष्ट्रपति बनेगा।
बता दें कि क्रैश हेलिकॉप्टर को खोजने में तुर्की और रूस जैसे देश ईरान की मदद कर रहे थे। हेलिकॉप्टर का मलबा तो मिल गया है, लेकिन जांचकर्ताओं का कहना है कि उसमें सवार किसी भी शख्स के बचने की उम्मीद नहीं है।