यशस्वी जायसवाल बने तीसरे भारतीय बल्लेबाज, कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले

Yashasvi Jaiswal: भारतीय टीम भले ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-2 से पिछड़ गई है, लेकिन टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम…

यशस्वी जायसवाल बने तीसरे भारतीय बल्लेबाज, कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले

Yashasvi Jaiswal: भारतीय टीम भले ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-2 से पिछड़ गई है, लेकिन टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम दर्ज कर ली है। यशस्वी का बल्ला इस साल टेस्ट में जमकर बोला और उन्होंने कुल 1478 रन बनाए। इस तरह वह एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।

भारतीय टीम को सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में 184 रनों से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन यशस्वी ने इस टेस्ट में शानदार पारी खेली थी। यशस्वी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच की पहली पारी में 82 रन बनाए थे और वह दूसरी पारी में भी अपना जलवा बिखेरने में सफल रहे। यशस्वी ने अपने टेस्ट करियर का 10वां अर्धशतक जड़ा। इतना ही नहीं, यशस्वी ने ऋषभ पंत के साथ 88 रन की साझेदारी की थी, लेकिन यह साझेदारी टूटने के बाद भारतीय पारी लड़खड़ा गई और उसे हार का सामना करना पड़ा।

यशस्वी की शानदार पारी का अंत पैट कमिंस ने किया था, लेकिन उनके आउट होने पर विवाद खड़ा हो गया था। कमिंस की लेग साइड पर शॉर्ट पिच गेंद को यशस्वी ने फाइन लेग पर खेलने की कोशिश की। वह चूके और गेंद विकेटकीपर कैरी के हाथों में गई। मैदानी अंपायर ने यशस्वी को आउट नहीं दिया जिसके बाद कमिंस ने DRS लेने का फैसला किया। रिप्ले में स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि गेंद यशस्वी के बल्ले का किनारा लेकर गई है या नहीं। इसके बाद स्निको मीटर से जांचा गया, लेकिन स्निको मीटर में कोई हरकत नहीं दिखी। इसके बावजूद थर्ड अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला पलट दिया और यशस्वी को आउट करार दिया। इससे वहां मौजूद सभी लोग चौंक गए और कमेंट्री बॉक्स में मौजूद दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी सवाल खड़े किए। यशस्वी 84 रन बनाकर आउट हुए थे। 

यशस्वी अपनी इस शानदार पारी के दम पर पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर के क्लब में शामिल हो गए हैं। एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है जिन्होंने 2010 में 1562 रन बनाए थे। वहीं, गावस्कर ने 1979 में 1555 रन बनाए थे। इस सूची में तीसरे स्थान पर अब यशस्वी आ गए हैं जिन्होंने इस साल टेस्ट में 1478 रन बनाए। भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने 2008 में 1462 रन और 2010 में 1422 रन बनाए थे।

यशस्वी सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाजों की विशेष सूची में शामिल हो गए थे। यशस्वी उन चुनिंदा भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं जिसने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 50+ स्कोर बनाया है। यशस्वी ने MCG टेस्ट की पहली पारी में 82 रन बनाए थे और दूसरी पारी में 84 रन पर आउट हुए। यशस्वी से पहले मंसुर अली खान पटौदी, जीआर विश्वनाथ, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली भी MCG टेस्ट की दोनों पारियों में 50+ स्कोर बना चुके हैं। पटौदी ने 1967 में इस मैदान पर 75 और 85 रन बनाए थे, जबकि जीआर विश्वनाथ ने 1977 में 59 और 54 रनों की पारी खेली थी। सचिन ने 1999 में MCG टेस्ट में 116 और 52 रन बनाए थे। वहीं, कोहली ने 2014 में इसी मैदान पर 169 और 54 रनों की पारी खेली थी।