छत्तीसगढ़-बलरामपुर में दुर्गा मूर्ति विसर्जन का रास्ता बदलने पर बवाल, लाठीचार्ज में सैकड़ों लोग घायल
बलरामपुर रामानुजगंज. बलरामपुर रामानुजगंज छत्तीसगढ़ सीमा से महज कुछ किलोमीटर दूरी पर स्थित झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत मदगड़ी गांव में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के रास्ते को लेकर हुए विवाद…
बलरामपुर रामानुजगंज.
बलरामपुर रामानुजगंज छत्तीसगढ़ सीमा से महज कुछ किलोमीटर दूरी पर स्थित झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत मदगड़ी गांव में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के रास्ते को लेकर हुए विवाद आज देखते देखते हिंसक झड़प के रूप में तब्दील हो गया पुलिस एवं ग्रामीणों के बीच बवाल में एक ग्रामीण की दोनों पैर टूट गई वहीं दूसरे ग्रामीण के पैर में गोली लगी दोनों घायलों को रामानुजगंज के निजी चिकित्सालय मिलाया लाया गया जहां दोनों घायलों का इलाज चल रहा है।
घटना के बाद पुलिस के द्वारा गांव में धारा 144 लगा दी गई है एवं बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिया गया है। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस की दो वाहने भी पलट दी। पुलिस एवं ग्रामीणों के बीच की झड़प में डीएसपी भी घायल हो गए जिनके सिर पर गंभीर चोट लगी। भंडरिया प्रखंड के मदगड़ी गांव में दुर्गा मूर्ति विसर्जन दशहरा के दिन होना था परंतु जिस रास्ते से दुर्गा मूर्ति विसर्जन करते आ रहे थे उस रास्ते से प्रशासन के द्वारा दुर्गा मूर्ति विसर्जन किया जाने से रोका गया एवं ग्रामीण उसी रास्ते से दुर्गा मूर्ति विसर्जन करने पर अड़े थे इसके बाद तनाव बढ़ता गया एवं बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची एवं बेरीगेटस लगा दिए गए। जिसके बाद बेरिगेट्स को तोड़ने का प्रयास ग्रामीणों के द्वारा किया जाने लगा जिसके बाद लाठी चार्ज एवं आंसू गैस के गोले छोड़ दिए गए जिससे भगदड़ की स्थिति मच गई घटना में एक ग्रामीण के दोनों पैर टूट गए वहीं दूसरे ग्रामीण के पैर में गोली लगी दोनों को रामानुजगंज के एक निजी चिकित्सालय में इलाज के लिए लाया गया है।
घायलों को देखने पहुंची महापौर
रामानुजगंज के निजी चिकित्सालय में भर्ती दोनों घायलों को देखने झारखंड के मेदिनीनगर की महापौर अरुण आनंद शंकर पहुंची जिन्होंने घायलों एवं उनके स्वजनों से मुलाकात की एवं घटना के संबंध में जानकारी ली उन्होंने कहा कि परिवार को उचित इलाज और न्याय का भी आश्वासन दिया उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई की कड़ी निंदा की उन्होंने कहा कि झारखंड प्रशासन ने लोगों के बीच वैमनस्यता फैलाने के लिए बहुत घृणित कार्य किया है हम इसकी आवाज दूर तक उठाएंगे।